मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यकाल के दो वर्ष मुकम्मल होने पर शहीद-ए-आज़म के पैतृक गाँव में हुए नतमस्तक
खटकड़ कलाँ (शहीद भगत सिंह नगर), 16 मार्च:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अपने कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर आज शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के पैतृक गाँव में नतमस्तक हुए। इस मौके पर उन्होंने पंजाब को हरेक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाकर महान शहीद के सपनों को साकार करने के लिए और भी बड़े प्रयास करने का प्रण लिया।
शहीद-ए-आज़म के जीवन को दिखाने के लिए हाई-टैक अजायब घर को समर्पित करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ठीक दो साल पहले उन्होंने इस पवित्र धरती पर कसम उठाने के बाद ही अपना पद संभाला था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर अब तक उनका हर कार्य उस महान शहीद के सपनों को पूरा करना है, जिन्होंने देश को विदेशी साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार ने इस उद्देश्य को लेकर राज्य के विकास को बढ़ावा देने और यहाँ के लोगों की खुशहाली को यकीनी बनाने के लिए कई लोक हितैषी और नागरिक केंद्रित योजनाएं शुरू की हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पिछले दो सालों में उन्होंने एक मिनट के लिए भी आराम नहीं किया और राज्य की तरक्की के लिए लगातार यत्न किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके नतीजे सामने आने शुरू हो गए हैं क्योंकि राज्य सरकार के अथक यत्नों के स्वरूप पंजाब में जश्न मनाने के समागम होने शुरू हो गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले सालों में भी इस गति को बरकरार रखा जायेगा और पंजाब जल्दी ही देश का अग्रणी राज्य बन जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरूओं, पीरों-पैगंबरों, संतों-महापुरुषों और शहीदों के आशीर्वाद से उनकी सरकार साफ़ नीयत के साथ लोगों की भलाई के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह राज्य और देश के नौजवानों के लिए जोश और निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का रोल मॉडल हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह धरती उनके लिए प्रेरणा स्रोत रही है और जब वह पहली बार एम.पी. चुने गए थे तो सर्टिफिकेट लेने के तुरंत बाद यहाँ माथा टेकने आए थे। मुख्यमंत्री ने अफ़सोस प्रकट किया कि आज़ादी के 75 साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी देश के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद यह फ़ैसला लिया गया था कि राज्य के सभी सरकारी दफ्तरों में शहीद भगत सिंह और डॉ. बी.आर. अम्बेदकर की तस्वीरें लगाई जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रयास इन दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि है क्योंकि शहीद भगत सिंह ने देश के लिए आज़ादी लड़ी थी जबकि बाबा साहेब भारत के संविधान के मुख्य निर्माता थे, जो हमारे लोकतंत्र को मार्गदर्शन दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आज़ादी और लोकतंत्र, दोनों खतरे में हैं क्योंकि केंद्र सरकार इनको खतरे में डालने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष की आवाज़ को दबाया जा रहा है और केंद्रीय एजेंसियों की बाज़ू मरोड़ कर उनकी आवाज़ बंद करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी तरह भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऑर्डीनैंस लाकर न्यायपालिका के हुक्मों को पलटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान को बदलने की साजिशें रची जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की साफ नीयत के स्वरूप आज नये स्कूल, हस्पताल बन रहे हैं, 90 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली दी जा रही है, 43000 से अधिक नौजवानों को नौकरियाँ दी गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान इसकी कमी थी, जिस कारण राज्य तरक्की के पक्ष से पिछड़ गया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब राज्य सरकार पिछली सरकारों का असली चेहरा नंगा कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं के पास लोगों की सेवा करने की न तो दूरदर्शी सोच थी और न ही नेक इरादा था। उन्होंने कहा कि इन राजनीतिज्ञों का एकमात्र मकसद राज्य की दौलत को लूटना था। उन्होंने कहा कि उद्योगों को बुनियादी ढांचा चाहिए और हम नौजवानों के लिए नौकरियाँ और राज्य की भलाई के लिए टैक्स चाहते हैं, जिसके लिए ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में अब तक टाटा स्टील, सनातन टेक्स्टाईल जैसी अग्रणी कंपनियों के द्वारा राज्य में 70,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में नये मैडीकल कॉलेज स्थापित कर रही है और होशियारपुर और कपूरथला के मेडिकल कॉलेजों पर काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा हासिल करने के इच्छुक विद्यार्थियों को अब युक्रेन जैसे देशों में नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि इन मेडिकल कॉलेजों में मानक चिकित्सा शिक्षा मुहैया करवाई जाये। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने इस तरफ़ कोई ध्यान नहीं दिया परन्तु उनकी सरकार इस तरफ़ बहुत ज़ोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करके देश का नंबर एक राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजना आम आदमी की मजबूरी थी परन्तु छह महीनों के अंदर-अंदर यह उनकी इच्छा होगी क्योंकि शिक्षा प्रणाली में बड़ा सुधार किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य भर में ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ स्थापित किये गए हैं और इसी तरह सरकारी स्वास्थ्य ढांचे को भी अपग्रेड किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को गणतंत्र दिवस की परेड के लिए राज्य की झाँकी को रद्द करने वाली सरकारों को पूरी तरह से नकारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी के संघर्ष के लिए पंजाबियों ने 90 प्रतिशत बलिदान दिए थे, जिसको अनदेखा करते हुए इन सरकारों ने गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान राज्य की झांकी को रद्द कर दिया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के साथ सौतेली माँ वाला सलूक असहनीय है क्योंकि देश-भक्ति और राष्ट्रवाद को दिखाती राज्य में झांकी को रद्द करने का उनको कोई अधिकार नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपए की लागत के साथ एक निजी कंपनी जी.वी.के. पावर से गोइन्दवाल पावर प्लांट को खरीद कर सफलता की एक नयी कहानी लिखी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को अलॉट की गई पछवाड़ा कोयला खदान से कोयले का प्रयोग केवल सरकारी पावर प्लांटों के लिए ही किया जा सकता है, इसलिए इस पावर प्लांट की खरीद के साथ अब इस कोयले का प्रयोग राज्य के हर क्षेत्र को बिजली देने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत ही गर्व और संतुष्टी की बात है कि पंजाब सरकार के लोक हितैषी फ़ैसलों के कारण राज्य के 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं का ज़ीरो बिजली बिल आ रहा है।
अकाली दल में लौटने वाले कुछ नेताओं पर व्यंग्य कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं का राजनीतिक भविष्य ख़त्म हो चुका है, जिनको लोगों ने कई बार नकार दिया है। उन्होंने कहा कि यह नेता अकाली दल में ‘घर वापसी’ तो कर सकते हैं परन्तु आम लोगों का दिल कभी नहीं जीत सकते, जो जानते हैं कि यह नेता केवल अपना फ़ायदा सोचते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह मौकापरस्त राजनीतिज्ञ केवल सत्ता की ख़ातिर अपनी वफ़ादारियां बदल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इनको न तो पंथ और न ही राज्य की कोई चिंता है, बल्कि इनका एकमात्र मंतव्य सत्ता हासिल करना है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता स्वर्गीय किशन सिंह की समाधि पर भी श्रद्धांजलि भेंट की। उन्होंने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर फूल भी भेंट किये। भगवंत सिंह मान ने नये बने अजायब घर का दौरा भी किया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 325 करोड़ रुपए की लागत के साथ वेरका मिल्क प्लांट मोहाली के विस्तार का नींव पत्थर भी रखा।