मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बदली शासन व्यवस्था, सरकार और जनता के बीच की दूरी को किया खत्म
चंडीगढ़, 18 अक्टूबर- विगत 9 वर्षों में हरियाणा की राजनीति की दिशा व दशा में बदलाव का पर्याय बन चुके मुख्यमंत्री श्री मनोहर पिछले लगभग एक वर्ष से शासन व्यवस्था में नया बदलाव लेकर आए हैं। हर शनिवार को ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने शासन की एक ऐसी लय तैयार की है जो पहले कभी नहीं देखी गई। हर सप्ताह प्रदेश में किसी न किसी एक वर्ग के साथ संवाद करने की मुख्यमंत्री की अनोखी पहल आज एक गेम-चेंजर बन गई है। अब तक लगातार 40 हफ्तों में 40 संवाद सत्रों के माध्यम से मुख्यमंत्री विभिन्न योजनाओं के लाखों लाभार्थियों से संवाद कर चुके हैं और उन्होंने सरकार व जनता के बीच की दूरी को लगभग समाप्त कर दिया है।
करीब एक घंटे तक चलने वाले इस संवाद कार्यक्रम में हर ब्लॉक, तहसील और जिले के हर कोने से लाभार्थियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ सीधे बातचीत करने का सुनहरा अवसर प्रदान होता है। पहली बार जब इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी, तो अधिकतर लोगों के लिए यह व्यवस्था अविश्वसनीय थी, क्योंकि उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सीधे उनसे फोन पर बात करेंगे और उनका हाल-चाल जानेंगे। आज यह कार्यक्रम सुलभ, पारदर्शी और उत्तरदायी शासन का प्रमाण बन गए हैं और ये संवाद आशा व परिवर्तन का प्रतीक बने हैं।
सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम में ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री अब तक कई योजनाओं के लाभार्थियों से सीधा संवाद कर चुके हैं। इनमें रोजगार मेलों, एमएसएमई विभाग के साथ पंजीकृत खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को चलाने वाले उद्यमियों, नव स्थापित प्लेवे स्कूलों के छात्रों के अभिभावकों, डॉ भीमराव अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के लाभार्थियों, स्कूल प्रबंधन समितियों के सदस्यों सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा शामिल है।
यह कार्यक्रम केवल संवाद तक सीमित नहीं रह गया बल्कि लोगों के लिए बेमिसाल मंच बना गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि मुख्यमंत्री बड़े ही सहज तरीके से जनता से बात करते हैं और केवल विषय से संबंधित ही नहीं बल्कि वे नागरिकों से उनके रोजगार, पारिवारिक आय, स्वास्थ्य लाभ इत्यादि की जानकारी भी प्राप्त करते हैं। नागरिक भी बड़े ही संवेदनशीलता के साथ अपनी समस्या को मुख्यमंत्री को बताते हैं और मुख्यमंत्री तुरंत प्रभाव से तत्काल मदद पहुंचाते है।
ऑनलाइन संवाद का यह अनूठा कार्यक्रम न केवल प्रशासन और आम लोगों को करीब लाया है, बल्कि पारदर्शी शासन की मुख्यमंत्री की अटूट प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया है। संवाद के दौरान नागरिकों द्वारा बताई गई भ्रष्टाचार की शिकायतें, अधिकारियों द्वारा असभ्य तरीके से बातचीत करना या कई अन्य शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों के निलंबन और स्पष्टीकरण जैसे कड़े कदम उठाए हैं। इन सब से नागरिकों में एक विश्वास पैदा हुआ है कि अब उन्हें किसी भी कार्य के लिए दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम ने लाभार्थियों को कई ऐसे यादगार पल प्रदान किए हैं, जिन्हें वे कभी नहीं भूल पाएंगे। कुछ ने तो मुख्यमंत्री को अपने घर पर भी आमंत्रित किया है। जब उनके पास फोन जाता है और मुख्यमंत्री बात करते हैं तो कई बार तो लोगों को एक पल के लिए विश्वास ही नहीं होता कि वे स्वयं मुख्यमंत्री से बात कर रहे हैं। यह संवाद कार्यक्रम कई निवासियों के लिए गेम-चेंजर रहा है। हाल ही में हुए संवाद कार्यक्रम में फरीदाबाद निवासी रंजीत कुमार, जिन्होंने मुख्यमंत्री से आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी, उन्हें तुरंत 1 लाख रुपये की सहायता मिली। इस प्रकार के अनेकों उदाहरण पिछले 40 सप्ताहों में देखने को मिले हैं।