चंडीगढ़: 19 जुलाई। पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिंद्धु को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने पर चुटकी लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि अब पंजाब में कांग्रेस की नहीं बल्कि जुमलों व चुटकलों की सरकार शुरू हो गई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह तथा नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कुर्सी तथा वजूद की चल रही लड़ाई में आखिरकार सिद्धू ने कैप्टन को औंधे मुँह गिरा दिया है।
शर्मा ने कहाकि कांग्रेस ने एक अध्यक्ष व चार कार्यकारी अध्यक्ष बना कर फिर से पंजाब को हिन्दू और सिखों में बाँट दिया है।
शर्मा ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार के अत्याचारों के दिन अब लद चुके हैं और जनता इस बार इन्हें ऐसा सबक देगी कि यह लोग दोबारा सत्ता का मुँह नहीं देख पायेंगें।
सिद्धू की गतिविधियों से कांग्रेस हाई कमान भी भली-भांति परिचित है और वह इस कुर्सी और सत्ता की लड़ाई को खत्म करने में विफल साबित हुई है।
कांग्रेस हाईकमान ने फिलहाल इस पर विराम लगाते हुए सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस की कमान तो सौंप दी है, लेकिन यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।
कांग्रेस का यह हाल सिर्फ पंजाब में ही नहीं बल्कि दुसरे राज्यों में भी है।
उन्होंने कहा कि सिद्धू ने कैप्टन पर जो आरोप लगाए थे, क्या अब वो सिद्धू के अध्यक्ष बनाने पर खत्म हो गए हैं या क्या फिर वो आरोप सिर्फ कुर्सी हासिल करने तक ही सीमित थे? सिद्धू को इसका जवाब जनता को देना पड़ेगा।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि अमृतसर हल्का पूर्वी से विधायक नवजोत सिंह सिद्धू पिछले साढ़े चार वर्षों से अपने हल्के से गायब थे और जनता ने उनकी गुमशुदगी के पोस्टर भी लगाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि जो नेता अपने हल्के की जनता को लावारिसो की तरह छोड़ कर गायब हो सकता है वो पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में उसे क्या सम्भालेगा?
उन्होंने कहाकि जो अपनी विधानसभा के लोगों का भला नहीं कर सकता वो कांग्रेस की डूबती किश्ती को क्या पार लगाएगा?
सिद्धू द्वारा छेड़ी गई कुर्सी और सत्ता की लड़ाई में नुकसान सिर्फ आम जनता का ही हुआ है।
सिद्धू के हल्के की जनता सिद्धू को वोट देकर खून के आँसू रो रही है।