आपस में मिले हुए हैं मनोहर और हुड्डा – नफे सिंह राठी
सीबीआई की स्टेट्स रिपोर्ट के मुताबिक हुड्डा के साथ टीसी गुप्ता मानेसर लैंड स्कैम मामले में आरोपी हैं-राठी
राइट-टू-सर्विस कमीशन का चीफ कमिश्नर नियुक्त करने वाली चयन कमेटी का सदस्य होता है नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने गुप्ता की नियुक्ति में दी है अपनी सहमति
चंडीगढ़, 19 जून। हरियाणा में लैंड स्कैम के आरोपी अफसर की नियुक्ति पर विवाद तूल पकड़ता जा रहा है।
इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार द्वारा मानेसर लैंड स्कैम में आरोपी रिटायर्ड आईएएस टीसी गुप्ता को राइट-टू-सर्विस कमीशन का चीफ कमिश्नर लगाने पर सवाल खड़े किए हैं।
राठी ने कहा कि भाजपा और हुड्डा की मिलीभगत का इससे बड़ा सबूत और क्या होगा कि सीबीआई द्वारा सरकार को भेजी गई स्टेट्स रिपोर्ट में अभी भी गुप्ता मानेसर लैंड स्कैम मामले में आरोपी हैं। उनके खिलाफ जांच जारी है लेकिन, इसे नजरअंदाज कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि मानेसर लैंड स्कैम के वक्त भूपेंद्र हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते गुप्ता कंट्री एंड टाउन प्लानिंग विभाग के निदेशक थे।
इनेलो नेता ने कहा कि जिस चयन कमेटी द्वारा राइट-टू-सर्विस कमीशन का चीफ कमिश्नर नियुक्त किया जाता है, नेता प्रतिपक्ष उसका सदस्य होता है। विपक्ष के नेता ने गुप्ता की नियुक्ति में अपनी सहमति दी है। इससे साफ है कि खट्टर और हुड्डा दोनों मिले हुए हैं।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले मुख्यमंत्री ने ही इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी और अब सीबीआई की रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए आरोपी अफसर को एक अहम प्रशासनिक पद दिया है।
राठी के मुताबिक यहां सोचने की बात यह है कि कांग्रेस सरकार में हुए बड़े घोटाले में तत्कालिन मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के साथ शामिल आईएएस अधिकारी जो 31 मई को ही हरियाणा सरकार से रिटायर हुए हैं, उसको मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उसी दिन शपथ दिलाई है।