चंडीगढ़: 28 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को भ्रष्टाचार के विरुद्ध उठाये जाने वाले सख्त कदमों की शुरुआत कांग्रेस को अपने अपने घर से करनी चाहिए।
शर्मा ने कहाकि कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें। उनके परिवार द्वारा एक ही जमीं के लिए दोहरा मुआवजा लेने के लिए गिरफ्तार किया जाए, जिसे सरकार ने फिरोजपुर जिले में एक सड़क प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित किया था। शर्मा ने कहाकि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुनील झाखड़ ने नव-नियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में सफाई अभियान घर से शुरू करने का लक्ष्य दे दिया है। अब देखना यह है कि सिद्धू इसकी शुरुआत कैसे करते हैं?
शर्मा ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील झाखड़ द्वारा राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के विरुद्ध हाई कमान के सामने उनके काले कारनामों का कच्चा चिटठा खोल कर उसके विरुद्ध शिकायत करते हुए कारवाई की मांग की थी। कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की भ्रष्टता का राणा सोढ़ी जीता-जगता सबूत है और मुख्यमंत्री तथा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष इस बात से इनकार नहीं कर सकते, क्यूंकि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील झाखड़ इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं।
शर्मा ने कहा कि अब जब यह साबित हो गया है कि मंत्री और उनके परिवार को पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा अधिग्रहित भूमि के हिस्से के लिए दोगुना मुआवजा दिया गया था, मुख्यमंत्री को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता देख रही है कि किस तरह से मंत्री राणा सोढ़ी और उनके परिवार ने 1962 में दो बार और फिर 2013 में एक ही जमीन का मुआवजा लेकर राज्य के साथ विश्वासघात किया था। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने खुलासा किया था कि मंत्री और उनके परिवार को 1.83 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया और मामले के तथ्यों को छुपाकर अपने पक्ष में फैसला सुनाया।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि अब जब सुप्रीम कोर्ट ने सोढ़ी परिवार को नोटिस जारी किया है तो राज्य सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर कोई चाहता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू तत्काल कार्रवाई कर एक मिसाल कायम करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों द्वारा आए दिन होने वाली लूट से सरकारी खजाने की रक्षा करना मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस अध्यक्ष का संवैधानिक कर्तव्य बनता है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया जाए। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को राणा सोढ़ी के साथ अपनी दोस्ती को अपने सरकारी कर्तव्यों के बीच में नहीं आने देना चाहिए और मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।