चंडीगढ़, 22 मई। हरियाणा के 75 % gaanv को 24 घंटे बिजली से जगमग रखने का दावा करने वाली हरियाणा सरकार ने 17 और gaanv को ‘म्हारा गांव जगमग गांव’ से जोड़ने के बाद शेष गांवों पर फोकस कर लिया है।
सरकार का दावा है कि बचे हुए gaanv को इस योजना में शामिल करने के लिए तेजी से काम चल रहा है।
बता दें कि हरियाणा में ‘म्हारा गांव जगमग योजना’ की शुरूआत 1 जुलाई, 2015 को कुरूक्षेत्र जिले के दयालपुर गांव से हुई थी।
योजना के जरिए गांवों से बकाया बिजली बिलों भरने, बिजली चोरी रोकने की गुजारिश की गई थी।
इस योजना को अपनाने वाले गांवों को 24 घंटे निर्बाध बिजली सप्लाई दी जाती है।
gaanv से जुडी इस योजना पर हो रहा ही ये काम
इस योजना के जरिए अबतक प्रदेश के 5287 गांवों को 24 घंटे बिजली सप्लाई हो रही है
इस तरह सरकार का दावा है कि राज्य के 75 फीसदी गांवों को पूरी तरह जगमग किया जा चुका है।
10 जिले पंचकूला, अंबाला, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल, गुरूग्राम, फरीदाबाद, सिरसा, रेवाड़ी और फतेहाबाद शामिल है में 24 घंटे बिजली दी जा रही है।
सरकार ने 18 मई को ही 17 और नए गांवों को इस योजना में शामिल किया।
इनमें सोनीपत के 9 गांव (रतनगढ़, जाट माजरा, चिताना, भटाना, गढ़ी हकीकत, कारेवाड़ी, बड़वासनी, हुल्लाहेड़ी और डेरा), रोहतक के 5 (कलिंगा, ककराना, बलियाना, घिल्लोर कलां और घिल्लोर खुर्द), और पानीपत (सिमला), झज्जर (माजरा) व कैथल (हजवाना) जिले के एक-एक गांव शामिल हैं।
इस योजना को लेकर राज्य सरकार के प्रवक्ता ने दावा किया है कि प्रदेश के ग्रामीण उपभोक्ताओं में बिजली बिलों का समय पर भरने, बिजली चोरी रोकने आदि कदमों के नतीजे अच्छे देखने को मिल रहे हैं।
विपक्ष उठाता रहा है योजना पर उंगलियां
हरियाणा में बिजली एक बड़ा मुद्दा है और इसको लेकर जमकर राजनीति भी चलती है।
सियासी दल इस मुद्दे के जरिए सबसे बड़े वोट बैंक किसानों का ध्यान अपनी ओर खींचने में जुटे दिखाई रहते हैं।
बिजली का मुद्दा गर्मियों के मौसम के दौरान ज्यादा सुर्खियों में रहता है क्योंकि इस मौसम में ही बिजली की डिमांड गांवों के साथ-साथ शहरों में भी बढ़ जाती है।
प्रदेश की मौजूदा बीजेपी-जेजेपी सरकार की ‘म्हारा गांव जगमग गांव’ योजना पर भी विपक्ष उंगलियां उठाता रहा है।