चंडीगढ़, 19 सितंबर। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ रविवार को दीनबंधु सर छोटू राम के जीवन, कार्यों व सिद्धांतों पर आधारित ‘सर छोटू रामः राइटिंग्स एंड स्पीचेज’ के पांच खंडों का विमोचन किया।
हरियाणा इतिहास एवं संस्कृति अकादमी द्वारा प्रकाशित पांच खण्डों में दीनबंधु सर छोटू राम के राजनीतिक कृतित्व व व्यक्तित्व को संकलित करने का प्रयास किया गया है। गुरूग्राम में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह व हरियाणा इतिहास व संस्कृति अकादमी के निदेशक व इतिहासकार प्रो.राघवेंद्र तंवर भी मौजूद थे।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि दीनबंधु सर छोटू राम जैसे महापुरुष हर क्षेत्र, हर वर्ग में हुए हैं जिन्होंने शोषण और अन्याय के खिलाफ लोगों को जागरूक किया है और उन्हें संगठित किया है।
उन्होंने कहा कि इन पांच खंडों में उस समय की राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों पर सर छोटू राम जैसे प्रबुद्ध राजनेता के विचारों को एकत्र किया गया है जिससे आने वाली पीढ़ियां, स्वाधीनता आंदोलन में विभिन्न क्षेत्रों और वर्गों के संघर्ष से भी परिचित हो सकेंगी।
नायडू ने कहा कि स्वाधीनता से पूर्व संयुक्त पंजाब की राजनीति में चौधरी छोटू राम और उनकी यूनियनिस्ट पार्टी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है, जिन्होंने धर्म के आधार पर देश के बंटवारे का विरोध किया।
उन्होंने कहा कि सर छोटूराम स्वयं एक किसान परिवार से थे। वे प्रखर लेखक, किसान मसीहा, शिक्षाविद व एक आदर्श राजनेता थे। उन्होंने कहा कि किसान हित में सरकार प्रभावी कदम उठा रही है क्योंकि भारत में कृषि सिर्फ व्यवसाय नहीं है, यह भारतीय संस्कृति का आधार है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दीनबन्धु छोटू राम बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और स्वाभिमान एवं निडरता, सादगी तथा सच्चरित्रता उनकी अपनी ही विशेषताएं रही हैं। गरीबों और कमजोर वर्गों के लोगों के उत्थान व सम्मान के लिये जीवन-पर्यन्त दीनबंधु छोटू राम ने लड़ाई लड़ी। गरीबों के सच्चे हमदर्द होने के कारण ही वे ‘दीनबन्धु’ कहलाए।