चंडीगढ़, 29 नवंबर। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ आज हरियाणा राजभवन में बिहार फाउंडेशन के पंजाब और चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष डॉक्टर रूपेश कुमार सिंह की अगुआई में संगठन के पदाधिकारी नीरज कुमार सिंह, विनय शंकर झा और पल्लव कुमार ने मुलाकात की।
बैठक में बिहार फाउंडेशन की प्रमुख वैश्विक और स्थानीय पहलों के बारे में जानकारी दी गई।
राज्यपाल को इस बात से अवगत करवाया कि बिहार फाउंडेशन का उद्देश्य राज्य और इसके विशाल प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करना है। भारत में 13 और वैश्विक स्तर पर 15 अंतरराष्ट्रीय चैप्टर के साथ, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर जैसे देशों में चैप्टर हैं। फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य प्रवासी बिहारी और बिहारी मूल के व्यक्तियों को राज्य के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।
बिहार फाउंडेशन राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें प्रवासी समुदाय के बीच आपसी संबंधों, ब्रांडिंग और व्यापार सहयोग को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। इन पहलों के माध्यम से, फाउंडेशन वैश्विक बिहारी समुदाय के संसाधनों, विशेषज्ञता और ज्ञान का लाभ उठाकर बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में बिहार के विकास में सक्रिय रूप से योगदान करने का लक्ष्य रखता है।
बैठक में राज्यपाल को पदाधिकारियों ने फाउंडेशन की चल रही गतिविधियों के बारे में जानकारी दी, जिसमें बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव, पर्यटन को बढ़ावा देना और राज्य की वैश्विक छवि को सुधारने के लिए निवेश आकर्षित करना शामिल था। राज्यपाल ने फाउंडेशन के मिशन और बिहार सरकार और बिहारी प्रवासी समुदाय के बीच साझेदारी बनाने के प्रयासों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
फाउंडेशन की प्रमुख गतिविधियों में से एक ‘बिहार प्रवासी दिवस’ का आयोजन है। ये आयोजन एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहाँ राज्य के बाहर रहने वाले बिहारी सरकार के अधिकारियों से मिल सकते हैं, निवेश के अवसरों की खोज कर सकते हैं और बिहार के विकास में योगदान कर सकते हैं। सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के अलावा, फाउंडेशन उन क्षेत्रों में निवेश को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित करता है, जो बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। इनमें बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य क्षेत्र शामिल हैं।
राज्यपाल के साथ हुई बैठक में बिहार फाउंडेशन के प्रयासों में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर था, जो बिहार की समृद्ध धरोहर को बढ़ावा देने, निवेश को प्रोत्साहित करने और वैश्विक स्तर पर बिहारी समुदाय को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहा है।