चंडीगढ़ 10 अक्टूबर। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने आज कुरुक्षेत्र स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में आयोजित किए गए ‘संगम-24‘ के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस अवसर पर कपूर ने युवाओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे करियर बनाने के लिए ऐसे विकल्प का चुनाव करें जो उनका जुनून हो और उन्हें रोमांचित करता हो। ऐसा करने पर वे सदैव रोमांचित महसूस करेंगे। कार्यक्रम में उन्होंने युवाओं का नशे से दूर रहने के लिए भी आह्वान किया।
कार्यक्रम में उन्होंने बिजली विभाग में रहकर उनके द्वारा किए गए कार्यों, उपलब्धियों तथा अनुभवों पर आधारित पुस्तक ‘वायर्ड फॉर सक्सेस‘ के बारे में भी विचार साझा किए।
डीजीपी ने छात्रों के साथ अपने जीवन के अनुभवों को शेयर किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से युवाओं को जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पहले के समय मे संसाधनों की कमी होती थी। उस समय करियर निर्माण के विकल्प भी अपेक्षाकृत कम थे लेकिन मौजूदा समय में युवाओं के पास अपेक्षाकृत अधिक विकल्प हैं और वे अपने करियर को लेकर भी अधिक जागरूक है।
उन्होंने युवाओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे अपने जीवन में करियर के लिए ऐसा विकल्प चुने जो उन्हें निरंतर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि व्यक्ति में अपने काम को लेकर जुनून होना बहुत जरूरी है। ऐसा व्यक्ति कभी भी तनाव में नहीं रहता और निरंतर प्रगति करता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि आपके जीवन में 10 क्षेत्र ऐसे हैं जो आपको रोमांचित करते हैं तो उनमें से एक क्षेत्र का चुनाव करियर बनाने के लिए करें। ऐसा करने पर व्यक्ति कभी भी थका हुआ महसूस नहीं करता।
कपूर ने कहा कि नशा हमारे समाज विशेषकर युवाओं के लिए एक गंभीर समस्या है। यह हमारे समाज को दीमक की तरह भीतर से खोखला बनाता है। युवा देश का भविष्य है ऐसे में उनकी ऊर्जा का सही दिशा में इस्तेमाल किया जाना अत्यंत आवश्यक है। युवाओं को नशे से दूर रखने के उद्देश्य से प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है ताकि बच्चे व युवा नशे का शिकार न हो। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए और खेलों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनना चाहिए।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि हरियाणा पुलिस प्रदेश के गांवों तथा शहरों को नशामुक्त बनाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।
उन्होने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घर, परिवार व क्षेत्र के लोगों को नशा एवं अपराध से दूर रखने के लिए प्रेरित करें। यदि कोई परिजन अपने घर परिवार में नशे से पीड़ित व्यक्ति का सरकार इलाज करवाना चाहता है तो जिला स्तर पर काम कर रही नशा मुक्ति टीमों या नशामुक्ति केद्रों से सम्पर्क कर सकता है। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाऐगा। ऐसे व्यक्ति की पुलिस प्रशासन द्वारा हर सम्भव मदद की जाएगी।