जन संवाद और सीएम विंडो पर आई शिकायतों का जल्द हो निवारण
चंडीगढ़, 19 सितंबर- हरियाणा के उच्चतर शिक्षा मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि शिक्षा को बेहतर करने के लिए 3 पैरामीटर्स महत्वपूर्ण हैं। पहला इंफ्रास्ट्रक्चर दूसरा टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ़ और तीसरा उस संस्थान का प्रिंसीपल। यदि प्रिंसीपल ज़िम्मेदार और मेहनती होगा तो कुछ कमियां भी यदि उस संस्थान में है तो वो स्थानीय स्तर पर उनका निवारण कर सकता है।
श्री मूलचंद शर्मा ने यह बात उच्चतर शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और विज्ञान एवं तकनीकी विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि तीनों विभागों में प्रिंसिपल की पदोन्नति बड़े लेवल पर की गई है सभी पात्र अधिकारियों को पदोन्नत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि रिक्रूटमेंट जो काफ़ी सालों से रुकी हुई थी उसे स्ट्रीमलाइन करके कुछ रिक्रूटमेंट तो कर दी गई है बाक़ी के लिए कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि जब तक टीचर्स की भर्ती नहीं हो जाती तब तक रिटायर्ड टीचर्स को अनुबंध पर लगाया जाएगा।
उच्चतर शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जन संवाद और सीएम विंडो पर विभाग से संबंधित शिकायतों का रिव्यू करें और उन्हें जल्द से जल्द इन्हें सुलझाया जाए। उन्होंने कहा की किसी भी संस्थान में लाइब्रेरी और लैब्स पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। तकनीकी शिक्षा में यह प्रयास होना चाहिए कि लैब्स का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्यार्थी को लैब्स में ट्रेनिंग ना मिले तो वह फील्ड में काम नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि एक आइडियल लैब क्या होनी चाहिए इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है।
उन्होंने अधिकारियों को सख़्त निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी फ़ाइल वर्क पेंडिंग नहीं रहना चाहिए। यदि ज़िलों में बैठे प्रिंसिपल कोई डिमांड भेजते हैं तो मुख्यालय में बैठे अधिकारी यह सुनिश्चित करें की डिमांड को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
बैठक में उच्चतर व तकनीकी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, उच्चतर शिक्षा व तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजीव रत्तन, तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक कृष्ण कुमार कटारिया, उच्चतर शिक्षा विभाग की अतिरिक्त निदेशक सुश्री मीनाक्षी राज, तकनीकी शिक्षा विभाग की अतिरिक्त निदेशक सुश्री पूजा चांवरिया सहित उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा व विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।