अमृतसर, 8 मार्च। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य सरकार जर्मनी के म्यूनिख में स्पीकर्स प्लेटफॉर्म की तर्ज पर छात्रों को व्यापार संबंधी मुद्दों पर विचार साझा करने के लिए अमृतसर और मोहाली में दो ब्रेनस्टॉर्मिंग सेंटर खोलेगी।
यहां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर खालसा कॉलेज में एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्कूल स्तर पर विचार-विमर्श के लिए बिजनेस ब्लास्टर्स पहल पहले ही शुरू कर दी है और छात्रों को 11 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस अनूठी पहल का उद्देश्य छात्रों को विचार-विमर्श के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान करना है ताकि नए व्यावसायिक विचार सामने आ सकें।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी तर्ज पर राज्य सरकार अमृतसर और एसएएस नगर (मोहाली) में नए व्यवसायों पर विचार-विमर्श के लिए ब्रेनस्टॉर्मिंग सेंटर स्थापित करने जा रही है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने गुरबाणी के श्लोक ‘सो किउ मंदा आखिए जितु जमहि राजान’ का हवाला देते हुए कहा कि महान सिख गुरुओं ने महिलाओं को बहुत सम्मान दिया है। उन्होंने भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर भी चिंता व्यक्त की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लड़कियों ने जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की है और अपनी मेहनत और सफलता से अन्य युवाओं के लिए आदर्श बनकर उभरी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन लड़कियों ने उन क्षेत्रों में भी सफलता हासिल की है जिन्हें पहले पुरुषों का क्षेत्र माना जाता था। राज्य में तकनीक को पेश करने के बारे में एक विद्यार्थी के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) का प्रयोग शुरू कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने कुशलता व पारदर्शिता को यकीनी बनाने के लिए बेहतर पुलिसिंग, कृषि, वित्त व अन्य क्षेत्रों में एआई की शुरुआत की है।
उन्होंने ने कहा कि इन तरक्कियों के साथ राज्य सरकार का उद्देश्य पंजाब के प्रशासनिक मामलों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए विशेषज्ञों को आगे लाना है। विद्यार्थियों को डिजिटल युग को अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि आज का समय डिजिटलीकरण का है और पंजाब तकनीकी नवाचार में अग्रणी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य फोकस व्यावसायिक शिक्षा और वैश्विक मांगों के अनुसार कौशल विकास पर है।
मुख्यमंत्री ने कौशल विकास के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य हुनर विकसित कर आजीविका कमाना और समाज की सेवा करना भी होना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को समाज की सृजनहार बताते हुए उनके बहुमूल्य योगदान की सराहना की और कहा कि ईश्वर ने उन्हें दुनिया को जन्म देने, पालन-पोषण करने और धैर्य की विशेष शक्ति प्रदान की है। इसलिए, यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम उन्हें आगे बढ़ने के अधिकतम अवसर प्रदान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ठोस प्रयास किए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी ने 11 महिलाओं को विधायक बनाया है और आठ महिला अधिकारियों को डिप्टी कमिश्नर नियुक्त किया है और तीन महिलाओं को सीनियर पुलिस सुपरिडेंट नियुक्त किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एक महिला को पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है और सात को अलग-अलग विभागों में सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फायर ब्रिगेड में महिलाओं की भर्ती के लिए शारीरिक मापदंडों में आवश्यक बदलाव किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने इन नियमों को बदलने की हिम्मत नहीं की थी क्योंकि उन्हें जनता की समस्याओं की कोई परवाह नहीं थी। भगवंत सिंह मान ने घोषणा की कि पंजाब देश का पहला राज्य होगा, जहां फायर ब्रिगेड में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने कहा कि यह बदलाव समय की आवश्यकता था, क्योंकि भीड़भाड़ वाले इलाकों और ऊंची इमारतों को ध्यान में रखते हुए फायर ब्रिगेड को अत्याधुनिक वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आम जनता की भलाई के लिए अपने कामकाज में बड़े सुधार लाने के लिए तैयार है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य के सर्वांगीण विकास और लोगों की खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सुनाम में अपनी पहली स्टेज प्रस्तुति को याद करते हुए दर्शकों को प्रेरित करने के लिए अपने शुरुआती दिनों का निजी किस्सा साझा किया। भगवंत सिंह मान ने बताया कि पहली बार मंच पर चढ़ने के मौके पर मैं बहुत घबराया हुआ था, लेकिन उस अनुभव ने उन्हें आगे बढ़ने का महत्वपूर्ण सबक दिया। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि एक वे एक मध्यम वर्गीय परिवार से आए है पर आज वे 3.5 करोड़ लोगों के अधिकारों की रक्षा के वादी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता, लगन और समर्पण की ताकत है। उन्होंने महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई नई पहलों की घोषणा की, जिनमें कौशल विकास कार्यक्रम, छात्रवृत्ति, उद्यमिता के अवसर और वित्तीय सहायता शामिल हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार एक ऐसा माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां हर नागरिक एक बेहतर जीवन जी सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जीवन के हर क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने युवाओं को केवल योग्यता के आधार पर 51,665 नौकरियां दी हैं। इसका एकमात्र उद्देश्य युवाओं को राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बनाना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के छात्रों और युवाओं में अपार क्षमता है और राज्य सरकार उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए अवसर देती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक पंजाब के छात्र अपने मनचाहे लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते। उन्होंने कहा कि राजनीति का अर्थ केवल गरीबों की सेवा करना है, लेकिन वर्तमान समय में राजनीति गुंडों की जागीर बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि यदि अच्छे और अनुभवी नेता राजनीति छोड़ देंगे, तो बुरे और नौसिखियों के लिए राजनीति में आने का रास्ता और साफ हो जाएगा।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने लोगों के सपनों को तोड़ने में सारी हदें पार कर दी थी। इसी कारण हमारी युवा पीढ़ी विदेशों की ओर जाने के लिए मजबूर हुई। लेकिन मौजूदा राज्य सरकार के अथक प्रयासों के कारण राज्य में इस प्रवृत्ति को बदला गया है।