सिरसा, 14 अक्तूबर। किसान आंदोलन के दौरान होने जा रहे ऐलनाबाद विधानसभा उप चुनाव में तीन कृषि कानून एक बड़ा मुद्दा बनता हुआ नजर आ रहा है।
इस मुद्दे पर सियासत लगातार तेज हो रही है और मैदान में उतरे तमाम उम्मीदवार इस मुद्दे को बड़ा हथियार बनाकर एक दूसरे पर निशाने साध रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि यह इनेलो की परंपरागत सीट है और इनेलो के महासचिव पिछली दफा यहां से विधायक चुनकर आए थे लेकिन, कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इसी के चलते यहां उप चुनाव करवाया जा रहा है।
अभय चौटाला दोबारा मैदान में उतर आए हैं और अपने जन संपर्क अभियान के दौरान इस मुद्दे पर विरोधियों को घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
निर्वाचन क्षेत्र के कई गांवों का दौरा करते हुए उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव केवल हरियाणा विधानसभा का सदस्य बनने के लिए नहीं बल्कि इस बात के फैसले के लिए होगा कि इलाके के मतदाता तीन कृषि कानून चाहते हैं अथवा नहीं, इसलिए इस उपचुनाव का अत्यधिक महत्व है।
उन्होंने कहा कि पिछले दस माह से भी अधिक समय से देश का किसान यूपी के गाजीपुर बॉर्डर, दिल्ली के टिकरी बॉर्डर और राजस्थान बॉर्डर पर केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से बनाए गए तीन काले कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संघर्ष कर रहा है मगर केंद्र की भाजपा सरकार पूरी तरह से नकारात्मक रवैया अपनाए हुए है। किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है भाजपा सरकार, लेकिन आखिर में जीत किसानों की ही होगी।
इनेलो नेता ने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव का प्रभाव आने वाले समय में पंजाब, यूपी और राजस्थान के विधानसभा चुनावों पर भी पड़ेगा। यदि क्षेत्र के मतदाता इनेलो की जीत का बड़ा अंतर देने से चूके तो किसान वर्ग को काफी नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि उनका पूरा इलाका कृषि पर आधारित है मगर केंद्र सरकार इलाके के किसानों को इन कानूनों के माध्यम से पूरी तरह से बर्बाद करना चाहती है लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि क्षेत्र की जनता ‘वोट की चोट’ से पूंजीपतियों को पोषित करने वाली सरकार को सबक सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी राजनीतिज्ञों से अपने-अपने पदों से इस्तीफा देकर किसानों की मदद करने का आह्वान किया था और उन्होंने इसी क्रम में अपने क्षेत्र के मतदाताओं से स्वीकृति लेकर ही अपने पद से इस्तीफा दिया था, आज अपने मतदाताओं व किसानों की स्वीकृति से ही वे चुनाव लड़ रहे हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि चौधरी देवी लाल की नीतियों पर चलते हुए चौटाला परिवार ने सदैव किसानों के पक्ष में निर्णय लिए हैं और भविष्य में भी लेंगे।
उन्होंने कहा कि बीती 26 जनवरी को केंद्र सरकार ने एक षड्यंत्र के तहत देश के किसानों का भाईचारा खत्म करने का प्रयास किया था जो पूरी तरह विफल रहा। ऐलनाबाद उपचुनाव में कुछ लोग पैसे के बलबूते पर इलाके के मतदाताओं का जमीर खरीदने का प्रयास कर रहे हैं मगर उन्हें भरोसा है कि मतदाता उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।
इस जनसंपर्क अभियान में उनके साथ इनेलो नेता विनोद बेनीवाल, युवा इनेलो जिलाध्यक्ष धर्मवीर नैन, जरनैल चंदी, महेंद्र बाना व दिनेश बेनीवाल सहित अनेक पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।