चंडीगढ़ 20 अगस्त। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि मौजूदा वैश्विक बदलाव में entrepreneurship देश के विकास में अहम भूमिका अदा कर सकती है।
दत्तात्रेय ने कहा कि देश में उद्यमियों को और अधिक प्रोत्साहित करने से कौशलता को और अधिक बढ़ावा दिया जा सकता है।
विश्व उद्यमी दिवस पर जारी संदेश में दत्तात्रेय ने युवाओं से अपील की कि वे देश में उद्यमिता क्षेत्र में शुरू कार्यक्रमों का लाभ उठाएं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी कई पहल शुरू की हैं।
इन कार्यक्रमों से भारत को
उद्यमी केन्द्र के रूप में बदलने का लिए मैदान तैयार हुआ है।
राज्यपाल ने कहा कि यह देश में बेरोजगारी की चुनौती को कम करने में एक मील का पत्थर साबित होगा।
entrepreneurship के लिए उठे यह कदम
उन्होंने कहा कि देश में 50,000 से अधिक स्टार्टअप के जरिए 5.7 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन हुआ है।
इस योजना को सरल बनाने के लिए सरकार ने 1200 से भी अधिक निर्रथक कानूनों को खत्म किया है।
विकसित क्षेत्रों में प्रत्यक्ष निवेश के लिए 87 नियमों में ढ़ील दी गई है।
सभी सरकारी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन किया गया है।
विश्व की ‘‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस‘‘ में देश की रेंकिंग में पिछले 7 साल में 142 से 60 तक उछाल आना इसी का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में 8वीं से ही स्कूलों में वोकेश्नल शिक्षा व व्यावहारिक शिक्षा पर जोर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूल स्तर से ही कुशल बनाने की सख्त जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि यहां कुल आबादी में 65 प्रतिशत युवा हैं।
मौजूदा दौर में जरूरत के मुताबिक कुशल नागरिक पैदा करने में इस नीति निश्चित रूप से प्रभावी सिद्ध होगी।
उन्होंने ने शिक्षण संस्थानों से अपील की है कि वे अपने संस्थानों में इन्क्यूबेशन सैन्टर स्थापित करें।
इन सेंटरों में युवाओं को रोजगार के लिए मार्गदर्शन भी मिलेगा।
इससे देश में उद्यमिता के क्षेत्र में और विकास होगा।