चंडीगढ़ 3 नवंबर। एक एेसे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है जो सरकारी website को हैक करके फर्जी जन्म व मृत्यु सर्टिफिकेट बनाते थे।
इस गिरोह का भंडाफोड़ हरियाणा पुलिस ने किया है।
गिरोह के दो सदस्य बिहार से गिरफ्तार किए गए हैं।
आरोपियों की पहचान संतोष व मंतोष के रूप में हुई है।
दोनों आरोपी बिहार के समस्तीपुर के गांव बरदौनी बादी के रहने वाले हैं।
आरोपियों को पुलिस करनाल रेंज के साइबर क्राइम पुलिस थाना की टीम पकड़ कर लाई है।
आरोपियों के कब्जे से दो लैपटॉप, दो मोबाइल फोन, एक सीपीयू, एक मोरपो व एक एटीएम कार्ड बरामद किया गया।
website हैक कर इस तरह अबतक 800 फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर चुका है गिरोह
शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि गिरोह अबतक 800 फर्जी जन्म व मृत्यु सर्टिफिकेट जारी कर चुके हैं।
गिरोह हरियाणा, यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों की सरकारी website हैक कर चुके हैं।
गिरोह का इस तरह हुआ भंडाफोड़
करनाल के नागरिक अस्पताल के सीएमओ ने हरियाणा पुलिस को एक शिकायत दी थी।
इसमें बताया गया था कि अस्पताल की जन्म व मृत्यु विभाग के ई-मेल आईडी व पासवर्ड को किसी ने हैक कर लिया है।
उक्त व्यक्ति फर्जी साइन अपलोड कर ऑनलाइन जन्म व मृत्यु सर्टिफिकेट जारी कर रहा है।
इस पुलिस ने करनाल में धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी व 66सी
आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने छानबीन शुरु की और दो भाइयों को बिहार में उनके गांव से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने बनाया हुआ था व्हाट्सएप ग्रुप
जांच में पता चला है कि आरोपियों ने सर्टिफिकेट जारी करने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था।
जैसे कोई इनसे संपर्क करता तो ये मैसेज को ग्रुप में डाल देते थे।
यहां से विकास नाम का व्यक्ति website hack कर उसका लिंक ग्रुप में भेज देता था।
आरोपी इस लिंक को खोलकर उसपर fake sign कर certificate भेज देते थे।
इसकी एवज में वे मोरी रकम वसूलते थे।
जिसेे आरोपी Paytm या अन्य डिजिटल माध्यम से अपने खाते में डलवाते थे।
आरोपियों को पेश अदालत करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
पुलिस अब फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने के धंधे में शामिल master mind की तलाश में जुट गई है।