पंचकूला व मोहाली में किसानों व पुलिस में टकराव, बॉर्डर पर सौंपे ज्ञापन
पंचकूला/ मोहाली, 26 जून। किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर भारी संख्या में किसान, पंचकूला व मोहाली की सड़कों पर उतर आए और अपने-अपने राज्यपालों को ज्ञापन सौंपने के लिए चंडीगढ़ की ओर कूच किया।
हरियाणा से आए किसान जहां पंचकूला में प्रवेश कर चंडीगढ़ बॉर्डर तक पहुंच गए वहीं पंजाब से आए किसानों ने मोहाली पर भारी लाव लश्कर के साथ चंडीगढ़ में प्रवेश कर लिया।
मोहाली से चंडीगढ़ में प्रवेश कर रहे किसानों को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए और हालातों को काबू करने के लिए पुलिस ने किसानों पर पानी की बौछारें भी छोड़ी लेकिन, किसान लगातार आगे बढ़ते रहे।
संयुक्त किसान मोर्चा के हरविंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि किसान पिछले दस दिन से कह रहे थे कि हमारा मार्च शांतिपूर्ण है। हम राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर हरियाणा की तरफ से पंचकूला में प्रवेश करने में कामयाब किसानों के साथ किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी और योगेंद्र यादव आदि मौजूद थे, जिन्होंने चंडीगढ़ बॉर्डर पर ज्ञापन सौंपा।
गुरनाम चढूंनी ने किया हरियाणा के किसानों का नेतृत्व
दूसरी ओर गुरनाम सिंह चढूनी ने पंचकूला में कार्यकर्ताओं से आह्वान किया था कि बैरिकेड नहीं तोड़ने हैं और मार्च शांतिपूर्ण रहेगा।
शहर को सील करने के इंतजाम हुए फेल
किसानों के सड़कों पर उतर आने को देखते हुए जहां चंडीगढ़ प्रशासन ने सुबह से शाम तक शहर के तमाम बॉर्डरों को सील कर दिया था, वहीं पंचकूला पुलिस तथा मोहाली पुलिस ने भी चंडीगढ़ को जाने वाले तमाम रास्तों पर बैरिकेड लगाकर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी। इससे शहर के लोगों को दिक्कतें हुईं।
हालांकि शनिवार होने के कारण सरकारी दफ्तर बंद थे लेकिन, दुकानदार और दिहाड़ीदारों को पुलिस के सामने भारी मान-मुनव्वल करनी पड़ी। देखने में आया कि किसानों के आंदोलन को देखते हुए शहर के ज्यादातर लोग अपने घरों में भी रहे।
पंजाब पुलिस को आ गए पसीने
किसानों ने मोहाली से चंडीगढ़ के बीच भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बावजूद करीब 8 जगह बैरिकेड तोड़ दिए और आगे बढ़ गए। किसान भारी मात्रा में पैदल भी चल रहे थे।
इसी तरह पंचकूला जिले में भी किसानों ने नाडा साहिब के पास से मार्च शुरू किया और घग्गर पुल के पास लगे बैरिकेड को उखाड़ कर आगे बढ़ गए। कुल मिलाकर मोहाली और पंचकूला की पुलिस असहाय नजर आ रही थी। हालांकि पुलिस पूरी तरह मुस्तैद दिखी।
मोहाली से कूच करने वालों से चंडीगढ़ के डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने ज्ञापन लिया। पंचकूला से चंडीगढ़ को जोड़ने वाले एंट्री प्वाइंट पर हरियाणा राजभवन से एडीसी किसानों से ज्ञापन लेने पहुंचे।
दूसरी ओर जीरकपुर-चंडीगढ़ बॉर्डर पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात थी। इसके अलावा मुल्लांपुर (मोहाली) से भी किसान चंडीगढ़ में दाखिल हुए।
योगेंद्र यादव ने पीएम पर की तल्ख टिप्पणी
किसान नेता योगेंद्र यादव ने किसानों पर पानी की बौछारें छोड़े जाने की घटना की निंदा करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमले बोले।
योगेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए यह सौदा महंगा होता जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री को अहंकार हो गया है जिसका इलाज करना होगा।
उत्तर प्रदेश चुनाव पर योगेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बीमार हैं, जिस तरीके से इंजेक्शन बंगाल चुनाव में उन्होंने दिया था, इसी तरीके से एक इंजेक्शन उत्तर प्रदेश के चुनाव में भी देना होगा।
यादव ने कहा कि बंगाल के इंजेक्शन के बाद कुछ फर्क पड़ा है मगर पूरी तरीके से बीमारी ठीक नहीं हो पाए इसके लिए उत्तर प्रदेश में इंजेक्शन देना होगा।