चंडीगढ़, 27 सितंबर। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का भारत बंद का पूरे दिन असर देखने को मिला।
भारत बंद का नेतृत्व करने वाले 40 से ज्यादा किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने किया। बंद सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक रहा और इस दौरान पूरे देश में सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक और अन्य संस्थान, दुकानें, उद्योग और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान समेत सार्वजनिक कार्यक्रम और अन्य कार्यक्रम बंद रहे। बैंकिंग क्षेत्र पर भी इसका असर रहा।
हालांकि इस दौरान अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं व व्यक्तिगत आपात स्थितियों में भाग लेने वाले लोगों को छूट रही। कुल मिलाकर बंद के कारण आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भारत बंद के सफल होने का दावा करते हुए कहा कि बंद के दौरान सभी वर्गों का समर्थन मिला।
उन्होंने कहा कि सब कुछ सील नहीं कर सकते क्योंकि लोगों की आवाजाही का भी ध्यान रखना है। टिकैत ने कहा कि हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो रही।’
बंद का असर हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य हिस्सों में रहा। किसान संगठन ने भारत बंद का आह्वान तीन कृषि कानूनों के विरोध में किया था। किसान लंबे समय से अपना आंदोलन चला रहे हैं।
तमाम गैर भाजपा दलो ने जहां बंद का समर्थन किया वहीं आंदोलन की सफलता के लिए किसानों को बधाई दी है। हरियाणा के विभिन्न कर्मचारी संगठनों का भी बंद को समर्थन रहा। बंद के कारण राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर ट्रैफिक जाम के हालात पैदा हो गए।
मिली सूचनाओं के मुताबिक तमिलनाडु में किसानों ने चेन्नई के अन्ना सलाई इलाके में पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए। इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
भारत बंद पर प्रियंका गांधी ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि पूरा देश किसानों के साथ है और केंद्र सरकार काले कानून को वापस ले।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी समेत अन्य नेताओं ने इस दौरान बयान जारी कर बीजेपी पर हमले बोले।
दूसरी तरफ बंद से बने हालातों पर नजर डालें तो कई जगह किसानों के रेल ट्रैक पर धरना देने से रेल सेवाएं प्रभावित हुई। दिल्ली, अंबाला और फिरोजपुर मंडल में 25 से ज्यादा ट्रेन प्रभावित रहीं।
इसी तरह दिल्ली में बंद के दौरान 20 से ज्यादा जगहों पर जाम की सूचनाएं सामने आईं। राजस्थान में भी बंद का असर दिखा। राजस्थान में REET परीक्षा में देरी हुई तो उम्मीदवारों ने इसका बहिष्कार किया।
दूसरी ओर हरियाणा पुलिस के अनुसार भारत बंद हरियाणा में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत बंद का प्रभाव मुख्य रूप से सड़कों व रेल ब्लॉक के रूप में देखा गया और इंटरसिटी सड़कों तथा रेल यातायात में बाधा उत्पन्न हुई लेकिन, शहरों और कस्बों के भीतर गतिविधियों पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा।
पुलिस का दावा है कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, नारनौल, रेवाड़ी और नूंह जिलों में बंद के आह्वान का कोई असर नहीं दिखा। राज्य में किसी भी तरह की हिंसक घटना की सूचना नहीं मिली।