चंडीगढ़, 16 जुलाई। पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने ट्रेनिंग व गाइडेंस के सिलसिले में प्रदेश के प्रमुख अदारों के साथ अपना तालमेल मज़बूत करने का फैसला किया है ताकि शैक्षिक, खेल और स्कॉलरशिप के क्षेत्र में भी छात्रों को लाभ मिले।
पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने यह जानकारी इंडियन स्कूल आफ बिजऩेस (आईएसबी), मोहाली की तरफ से सरकारी स्कूल अध्यापक के आधुनिक प्रशिक्षण सम्बन्धी वर्चुअल लॉन्च प्रोग्राम के दौरान कही।
सिंगला ने वर्चुअल प्रोग्राम के दौरान नये भर्ती किये 2,527 अध्यापकों को नियुक्ति पत्र बांटने की शुरुआत की।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से किए गए सुधारों और प्रयासो स्वरूप पंजाब पूरे देश में से स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार और अध्यापक, अधिकारी और शिक्षा विभाग का अन्य स्टाफ आने वाले सालों में भी पहले स्थान को बरकरार रखने के लिए वचनबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड -19 के मुश्किल समय के दौरान बहुत सी मुश्किलों के बावजूद टीचरों ने छात्रों के लिए आनलाइन शिक्षा को यकीनी बनाया है।
सिंगला ने आईएसबी मोहाली का धन्यवाद करते हुए कहा कि एक प्रमुख संस्था ने प्रिंसिपल और सरकारी स्कूल मुखियों को पेशेवर प्रशिक्षण मुहैया करवाने के लिए अपनी सहायता दी है।
शिक्षा विभाग इस प्रोग्राम को राज्य के सभी अध्यापकों के लिए शुरू करेगा क्योंकि यह उनकी योग्यताओं और अध्यापन के हुनर में विस्तार करेगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस पहल को अगले स्तर तक ले जाने के लिए विभाग ने एक आनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया है जो कि राज्य भर के 10,000 से अधिक स्कूल मुखियों, प्रिंसिपलों, लैक्चररों, बीपीईओज़, सी.एच.टी. और एच.टीज़ तक पहुँच के लिए उपलब्ध होगा।
इस मौके पर मुख्य सचिव, पंजाब विनी महाजन ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा के मानक को बेहतर बनाने के लिए कई नये प्रयास किये हैं जिससे ग्रामीण छात्रों को पेशेवर हुनर देने के लिए एक मंच मुहैया करवाने में सहायता मिली है।