चंडीगढ़, 25 जून। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम दर्जे के उद्योगों को विकसित करके प्रदेश को फार्मा व ड्रग उद्योग का हब बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसके लिए हरियाणा में उद्योग स्थापित करने वालों को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री यहां कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के साथ वीसी के माध्यम से आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा का अधिकांश क्षेत्र एनसीआर में आता है तथा पैरामीटर के हिसाब से भी हरियाणा बेहतर स्थान है और अन्य राज्यों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए तत्पर है।
उन्होंने कहा कि इज ऑफ डुइंग बिजनेस में हरियाणा तीसरे स्थान पर रहा है। इसके अलावा उद्यमियों के लिए एक ही छत के नीचे 18 विभागों की सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं जिनमें 45 दिन में क्लीयरेंस देना अनिवार्य किया गया है। इस प्रकार सरकार ने हरियाणा एंटरप्रेन्योर एंड इम्पलाईमेंट उद्यम नीति बनाई है जिसके अनुसार इंडस्ट्री को अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं।
मनोहर लाल ने कहा कि लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम दर्जे के उद्योगों में स्थानीय इन्वेस्टर भी आ सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि उद्यमी राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए कार्य करें और हरियाणा में उद्यम स्थापित करने के लिए आगे आएं। एमएसएमई नीति में उद्यमियों की अच्छी परफॉर्मेंस होगी और वे नेशनल इन्वेस्टर के रूप में भी प्रमोट होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला के बरवाला में डीटीपी की ओर से ई-मार्क करके फार्मा कलस्टर के लिए जमीन रिजर्व रखी गई है। इसके अलावा यह भूमि हिमाचल प्रदेश के नाहन के साथ लगती है। इस भूमि की चंडीगढ़ एयरपोर्ट से भी कनेक्टिविटी है। इसके अलावा सरकार हिसार में बल्क ड्रग फार्मा तथा पानीपत में मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि एमएसएमई के तहत जिला स्तर पर अधिक से अधिक क्लस्टर स्थापित हों और प्रदेश के युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर सुलभ हों। इस योजना से कम लागत पर अधिक मार्केटिंग की जा सकती है।
इस मौके पर प्रधान सचिव एवं एचएसआईडीसी के एमडी श्री अनुराग अग्रवाल ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से एमएसएमई पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार फार्मा इंडस्ट्री के विकास को कृतसंकल्प है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हिसार में इंटीग्रेटेड एविएशन हब भी बनाया जा रहा है। उन्होंने उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि यह कांफ्रेस निवेश बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है ।इस मौके पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव विजेन्द्र कुमार भी मौजूद रहे।