चंडीगढ़। INLD leader Abhay Chautala ने सरकार से किसानों को 50 thousand rupees प्रति एकड़ crop मुआवजा दिए जाने की demand की है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने हाल में खराब फसल पर मुआवजे (compensation) की घोषणा की है।
इस पर टिप्पणी करते हुए अभय चौटाला ने घोषणा को नाकाफी करार दिया है।
50 thousand rupees प्रति एकड़ फसल मुआवजा देने से चलेगा काम
चौटाला ने कहा कि सीएम मनोहरलाल खराब हुई फसल का मुआवजा 12 से 15 हजार बढाकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।
जबकि उन्हें यह नहीं पता कि किसान को per acres फसल की बुआई और कढ़ाई का खर्च कितना आता है।
चौटाला ने कहा कि धान व कपास की फसल प्रति एकड़ औसतन लगभग 20 और आठ क्विंटल होती है।
इसकी कृषि लागत और मूल्य आयोग के आंकलन के हिसाब से धान की फसल पर 1940 रूपए प्रति एकड़ होती है।
इसी तरह कपास की फसल पर 5255 प्रति एकड़ खर्च आता है जो 40 हजार प्रति एकड़ बनता है।
इसके अलावा और खर्चे जोड़े जाएं तो दोनों फसलों पर प्रति एकड़ खर्च 45 से 50 हजार होता है।
इस लिए सरकार खराब फसल के compensation को बढ़ा कर 50 thousand rupees प्रति एकड़ करे।
इस राशि से किसान को फसल खराब होने पर उसे उसकी लागत मिल सकेगी।
सीएम झूठा दावा कर रहे हैं – अभय
उन्होंने कहा कि सीएम झूठा दावा कर रहे हैं कि उनके कार्यकाल में प्रदेश में विकास हुआ है।
अभय ने कहा कि 7 सालों में गठबंधन सरकार ने प्रदेश को विकास नहीं विनाश की तरफ धकेला है।
इन्होंने जहां काले कृषि कानून बना कर किसानों को सडक़ों पर बैठा दिया है।
वहीं कमेरे वर्ग से उसका रोजगार छीनकर घर बैठा दिया है।
लाठीचार्ज कर किसानों को बुरी तरह से पीटा जा रहा है।
सरकार farmers पर धारा 307 व देशद्रोह की धारा 124ए के तहत cases दर्ज कर सारी हदें पार कर चुकी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि डीएपी खाद के लिए किसान सुबह 5 बजे लाइन में लगता है फिर भी fertilizers नहीं मिल रहा।
भाजपा सरकार ने प्रदेश में चारों तरफ अफरा तफरी और भय का माहौल बना दिया है।