मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी करने के दिये निर्देश
चंडीगढ़, 2 जुलाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करने के इच्छुक लोगों के लिए सरकारी स्तर पर प्लेटफार्म प्रदान किया जाएगा ताकि उनका सहयोग लेकर व्यवस्थाओं में और सुधार लाया जा सके।
मुख्यमंत्री आज यहां इस संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में ऐसे बहुत से लोग हैं जो समाज के लिए स्वेच्छा से काम करना चाहते हैं और उन्हें इसके बदले में किसी चीज की चाह या आवश्यकता नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि ऐसे लोगों के लिए वालंटियर सेवा देने हेतू प्लेटफार्म तैयार करने की सभी आवश्यक औपचारिकताएं जल्द से जल्द से पूरी करें। उन्होंने कहा कि समाज के बहुत से ऐसे सेवानिवृत व्यक्ति हैं जो समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं, इनके अनुभवों का लाभ उठाते हुए कार्य योजना तैयार की जानी बेहद आवश्यक है। इससे न केवल समाज का भला होगा बल्कि इन अनुभवी लोगों को भी आत्मसंतुष्टि होगी।
मुख्यमंत्री ने इजरायल के यरूशलेम का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर 5 हजार से अधिक लोग एम्बु बाइक सेवा से जुड़े हुए हैं। ये सभी किसी भी समय आपात सेवाएं देने के लिए तैयार रहते हैं। जैसे ही इनके मोबाइल में बजता है तो ये तत्काल दुर्घटना स्थल पर एम्बु बाइक लेकर पहुंच जाते हैं और घायलों की मदद करते हैं। उसमें उन्हें प्राथमिक उपचार देना एवं अस्पताल पहुंचना आदि शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में समर्पण भाव से सेवा करने वाले लोगों के लिए इसी प्रकार से मंच प्रदान करना अति आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस संबंध में जल्द से जल्द आवश्यक योजना का खाका तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्गा शक्ति ऐप एवं डायल 112 सुविधाएं भी हालांकि आपात स्थिति में सहयोग के लिए हैं लेकिन समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है जो सरकारी सेवा में नहीं है और वह समाज को सेवा देना चाहता है। उन्होंने कहा कि लोगों में यह भाव जागना चाहिए कि मैं समाज को क्या दूंगा ।
बैठक में विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव एवं रिसोर्स मोबिलाईजेशन सलाहकार योगेन्द्र चौधरी ने विस्तार से इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी और बताया कि कोविड महामारी के दौरान सेवा के लिए आगे आते हुए प्रदेश के 89680 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।