चंडीगढ़, 22 सितंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि राज्य में ई-वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा आरंभ में ई-वाहन खरीदने वाले लोगों को सब्सिडी दी जाएगी।
सरकार ने निर्धारित अवधि से पुराने वाहनों को एनसीआर क्षेत्र में बंद करने के लिए व्हीक्ल-स्क्रेप पोलिसी भी बनाई है।
मुख्यमंत्री आज ‘वर्ल्ड कार-फ्री डे’ के अवसर पर यहां सिविल सचिवालय में ई-वाहनों के प्रति जागरूकता प्रदर्शनी का उदघाटन करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने प्रदेश के लोगों को पर्यावरण संरक्षण का आह्वïन करते हुए कहा कि वाहनों की निरंतर संख्या बढऩे से पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है।
लोगों ने वाहनों को स्टेटस सिंबल मान लिया है जिसके कारण घर व कार्यालय नजदीक होते हुए भी कर्मचारी व अधिकारी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने आज 22 सितंबर को ‘वल्र्ड कार-फ्री डे’ के मौके पर लोगों को कार-पूलिंग सिस्टम अपनाने या नजदीक जगह के लिए पैदल या साईकिल से जाने के लिए संकल्प लेने का आह्वïन किया।
उन्होंने कहा कि वायुमंडल में आक्सीजन की प्रचुर मात्रा होनी आवश्यक है,परंतु प्रदूषण के कारण पर्यावरण में कार्बनडाईक्साईड की मात्रा बढ़ती जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में आक्सीवन लगाने को बढ़ावा दिया जा रहा है। वन विभाग द्वारा भी करीब 3 करोड़ पौधे लगाए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को पौधारोपण के प्रति प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि प्रदूषण कम करने की दिशा में कदम उठाते हुए गुरूग्राम में अभी तक सीएनजी बसों को प्रोत्साहित किया जा रहा था, परंतु अब वहां भी ई-बसों व ई-ऑटो को चलाने पर बल दिया जाएगा।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, मंत्री कंवर पाल, मूलचंद शर्मा, जयप्रकाश दलाल के अलावा कई विधायक मुख्यमंत्री-निवास से सिविल सचिवालय,हरियाणा तक साईकिल द्वारा पहुंचे।
इसके बाद उन्होंने विभिन्न वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा निर्मित ई-स्कूटर तथा ई-कारों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री ने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उदघाटन किया।
उन्होंने प्रदर्शनी में ‘वर्ल्ड कार-फ्री डे’, हरियाणा सरकार द्वारा लगाए गए चार्जिंग स्टेशन, ई-वाहनों को प्रोत्साहन देने संबंधी योजनाएं एवं सब्सीडी, ऑक्सीवन, गुरूग्राम में सीएनजी से चलने वाली बसों, व्हीक्ल-स्क्रेप पोलिसी आदि योजनाओं का अवलोकन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसपंर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल भी साथ थे।