चंडीगढ़, 7 अक्तूबर। अश्विन नवरात्र के पहले दिन आज राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने माता मनसा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर महामाई का आशीर्वाद लिया व यज्ञशाला में आयोजित हवन में आहूतियां डाली
इस अवसर पर प्रदेशवासियों को नवरात्रों की शुभकामनाएं देते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि आज नवरात्री उत्सव के पहले दिन उन्हें माता मनसा देवी के दर्शन करने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने महांमाई की पूजा-अर्चना कर हवन में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि नवरात्रों में 9 दिन माता की उपासना करना व उपवास करना शक्ति, लक्ष्मी व सरस्वती की आराधना है और शक्ति की आराधना ही देश की आराधना है।
उन्होंने कहा कि कोई भी देश उसकी शक्ति से पहचाना जाता है। भारत एक ऐसा शक्तिशाली देश बनना चाहिए जिसे विश्व में कोई भी दूसरी नजर से न देख सके।
उन्होंने आहवान किया कि समाज के हर वर्ग के लोग एकजुट होकर देश के लिए कार्य करें और भारत को और अधिक शक्तिशाली व सम्पन्न राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें।
दत्तात्रेय ने कहा कि नवरात्री एक बड़ा पर्व है। इन 9 दिनों में दुर्गा माता तीन अवतारों में अवतरित होती हैं।
उन्होंने कहा कि पहले तीन दिन माता दुर्गा के महिशासुर मर्दिनी रूप के दर्शन होते हैं, अगले तीन दिन माता लक्ष्मी के व बाकी तीन दिन माता सरस्वती के दर्शन किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के अंदर तमस, रजस और सात्विक गुणों का समावेश होता है और सात्विक गुणों को ग्रहण करने के लिए हम 9 दिन उपवास करते हैं।
दत्तात्रेय ने यज्ञ की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यज्ञ का पर्यावरण की दृष्टि से बहुत बड़ा महत्व है। यज्ञ द्वारा हम पर्यावरण को साफ-सुथरा व स्वच्छ रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यज्ञ को हम प्रकृति की आराधना के रूप में देखते हैं। प्रकृति की रक्षा करना देश की रक्षा करने के समान है और नवरात्रे भी हमें यही संदेश देते हैं।