आईएमटी खरखौदा भी होगा गुरुग्राम की तर्ज पर विकसित, यूनो मिंडा लिमिटेड लगाएगी लगभग 1100 करोड़ रुपये का मेगा प्रोजेक्ट
चंडीगढ़, 4 जनवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों से हरियाणा निरंतर औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर है। सरकार द्वारा निवेशकों को दिए जा रहे विभिन्न प्रोत्साहनों व रियायतों के चलते देश–विदेश के निवेशक हरियाणा की ओर रुख कर रहे हैं। गुरुग्राम के बाद अब आईएमटी खरखौदा भी औद्योगिक विकास की दृष्टि से विकसित होने जा रहा है। खरखौदा में मारुति सुजुकी के मेगा प्लांट के बाद अब यूनो मिंडा लिमिटेड भी लगभग 1100 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपना मेगा प्रोजेक्ट लगाएगी, जिससे इस क्षेत्र का और अधिक विकास होगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार देर सायं हुई हरियाणा उद्यम प्रोत्साहन बोर्ड की 16 वीं बैठक के दौरान यूनो मिंडा लिमिटेड को मेगा प्रोजेक्ट के लिए लगभग 94.32 एकड़ भूमि आवंटित करने की स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अलावा, सुजुकी मोटरसाईकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा भी आईएमटी खरखौदा में लगभग 2 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ मेगा प्लांट लाने के लिए प्रस्ताव दिया है।बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल, श्रम राज्य मंत्री श्री अनूप धानक भी उपस्थित थे।
बैठक में जानकारी दी गई कि औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित हरियाणा उद्यम एवं प्रोत्साहन नीति, 2020 के तहत निवेशकों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की क्लीयरेंस दी जा रही हैं, जिससे हर निवेशक का विश्वास हरियाणा के प्रति बढ़ा है। इसी कड़ी में आइओसीएल पानीपत के निकट पॉलिस्टर चिप्स उत्पादन के लिए केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिकल्स का मेगा प्लांट लगने जा रहा है। इसक लिए हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) द्वारा यू फ्लैक्स लिमिटेड को आइओसीएल पानीपत रिफाइनरी के पास 14 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। कंपनी द्वारा प्रदेश में लगभग 600 करोड़ रुपये का निवेश होगा और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। पानीपत में प्लांट स्थापित करने से कंपनी को जहां एक ओर कच्चे माल की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित होगी वहीं सरकार को भी राजस्व के नाते भी लाभ होगा।
बैठक में बताया गया कि आईएमटी रोहतक में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) को आवंटित 700 एकड़ भूमि में से 600 एकड़ में भूमि पर एमएसआईएल लगभग 3600 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) गतिविधियां पहले से ही संचालित कर रहा है, जिससे लगभग 3400 लोगों को रोजगार मिला है। अब एमएसआईएल ने अपनी इसी यूनिट के विस्तार हेतु शेष 100 एकड़ जमीन को भी लेने की ईच्छा व्यक्त की है, जिसे बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
बैठक में बताया गया कि हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) द्वारा प्रदेशभर में हरियाणा उद्यम एवं प्रोत्साहन नीति, 2020 के तहत घोषित ब्लॉक-ए, बी, सी और डी में औद्योगिक विकास हेतु 28,950 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए समय-समय पर प्लॉट नीलामी के लिए विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं। निवेशक भी यहां निवेश करने के लिए उत्साह दिखा रहे हैं।
बैठक में मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक श्री यश गर्ग और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम की अतिरिक्त प्रबंध निदेशक श्रीमती वर्षा खंगवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।