जिला नूंह के 23 गांवों में 46 ट्यूबवेलों को गहरा करने के साथ-साथ किया जाएगा कायाकल्प
चंडीगढ़, 18 अक्तूबर – हरियाणा सरकार ग्रामीण संवर्धन कार्यक्रम के तहत 3 जिलों नामत: भिवानी, चरखी दादरी और नूंह में 51 करोड़ रुपये से अधिक की 13 नई परियोजनाएं क्रियान्वित करेगी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली इन परियोजनाओं को आज प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि नए कार्यों में 9.98 करोड़ रुपये की लागत से जिला भिवानी के गांव ढिगावा जाटान में वॉटर वर्क्स, 8.42 करोड़ रुपये की लागत से गांव पहाड़ी, भिवानी में जल आपूर्ति प्रणाली का सुदृढ़ीकरण और वॉटर वर्क्स का निर्माण, 8.31 करोड़ रुपये की लागत से गांव कुराल, भिवानी में जल आपूर्ति प्रणाली का सुदृढ़ीकरण और दूसरे वॉटर वर्क्स का निर्माण, 7.98 करोड़ रुपये की लागत से जिला भिवानी के गांव खरकड़ी में वॉटर वर्क्स का निर्माण, जिला भिवानी के गांव रूपगढ़ में 4.30 करोड़ रुपये की लागत से नहर आधारित जलापूर्ति योजना, चरखी दादरी जिले के गांव बरसाना में 2.48 करोड़ रुपये से नहर आधारित वॉटर वर्क्स और शेष पाइप लाइनें बिछाने का कार्य शामिल है।
इसके अलावा, जिला चरखी दादरी के गांव कलाली में 1.25 करोड़ रुपये की लागत से पाइप लाइन बिछाना और अतिरिक्त टैंक का निर्माण व मौजूदा संरचनाओं की मरम्मत, 1.12 करोड़ रुपये की लागत से गांव बधवाना, चरखी दादरी में मौजूदा संरचनाओं का नवीनीकरण और शेष पाइप लाइनें बिछाना, 1.36 करोड़ रुपये की लागत से गांव गारनपुरा कलां, भिवानी में वितरण पाइप लाइन प्रदान करना और जल आपूर्ति योजना का विस्तार करना, गांव पहलादगढ़, भिवानी में 73.64 लाख रुपये की लागत से वाटर वर्क्स में अतिरिक्त टैंक, फिल्टर बेड का निर्माण और मौजूदा संरचनाओं की मरम्मत, 45.91 लाख रुपये की लागत से गांव दुल्हेड़ी, भिवानी में वाटर वर्क्स में एक अतिरिक्त टैंक का निर्माण तथा 37.14 लाख रुपये की लागत से गांव नंदगांव, जिला भिवानी में एक अतिरिक्त टैंक का निर्माण कार्य को भी मंजूरी दी गई है।
प्रवक्ता ने बताया कि जिला नूंह के फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र में स्थापित विभिन्न ट्यूबवेलों द्वारा कम पानी उपलब्ध करवाए जाने के मद्देनजर 23 गांवों में लगे 46 ट्यूबवेलों को गहरा करने के साथ-साथ इनके जीर्णोद्धार की योजना बनाई गई है। इसके लिए 4.96 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इन गांवों में पाटन उदयपुरी, रावली, कुबड़ावास, पाठखोरी, हसनपुर बिलौंदा, फिरोजपुर झिरका, ठेकरी, ग्यासनियाबास, रंगाला, धमाला, नसीरबास, नोटकी, सिलकोह देवला नगली, सदीं, कंसाली, घागस, कोटला, बड़ेड, धोंदल, नावली, चितौड़ा, चंद्रका, बिवान और बसैमियो शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप जलापूर्ति सुविधा उपलब्ध कराने में अग्रणी है। पेयजल आपूर्ति योजनाएं मुख्य रूप से ट्यूबवेल/सतही स्रोतों और रैनीवेल्स पर आधारित हैं। निजी जल कनेक्शन की सुविधा के लिए गांवों में वितरण प्रणाली भी सुनिश्चित की गई है। हरियाणा देश का तीसरा राज्य है जहां ग्रामीण क्षेत्र के हर परिवार को अपने घर में नल से साफ पानी मिलना शुरू हो गया है।