मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण जल संरक्षण और जल संचयन की दिशा में कर रहा इनोवेटिव प्रयास
चंडीगढ़, 7 फरवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा जल संरक्षण और जल संचयन की दिशा में उठाए जा रहे सकारात्मक कदमों की आज एक बार पुनः राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई। जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की विशेष सचिव, सुश्री देबाश्री मुखर्जी ने अटल भूजल योजना के अंतर्गत राज्य द्वारा किए गए प्रयासों को सराहनीय बताया।
सुश्री देबाश्री मुखर्जी आज वर्चुअल माध्यम से अटल भूजल योजना की राष्ट्र स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। हरियाणा की ओर से डॉ० सतबीर सिंह कादियान, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बैठक में भाग लिया।
डॉ कादियान ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन और हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्षा श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा के निर्देशानुसार राज्य में पानी बचाने की दिशा में अथक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने अटल भूजल योजना के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने हरियाणा में तीव्रता से गिरते भूजल स्तर, अतिदोहित एवं जल संकटग्रस्त क्षेत्र में सभी गतिविधियों को क्रियान्वित किये जाने की रणनीति का विवरण प्रस्तुत कियाI उन्होंने कहा कि गिरते हुए भूजल स्तर को रोकने एवं भूजल स्तर को ऊपर उठाने हेतु हरियाणा सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में विभिन्न विभागों की तमाम योजनाओं के साथ समन्वय स्थापित कर धरातल पर उतारा जा रहा है।
डॉ कादियान ने बताया कि राज्य में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 36285 हेक्टेयर तथा मिकाडा द्वारा 50526 हेक्टेयर में वाटर एफिशिएंट प्रैक्टिस का कार्य किया गया है। इसी प्रकार, अटल भूजल योजना के साथ-साथ सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है और ट्रीटेड वेस्ट वाटर का भी अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है।
इसके अलावा, भू जल स्तर में सुधार के लिए तालाबों का जीर्णोद्धार, फसल विविधीकरण, सूक्ष्म, ग्राउंड वाटर रिचार्ज तथा डीएसआर तकनीक के माध्यम से जल संरक्षण किया जा रहा है। उन्होंने अटल भूजल की टीम को निर्देश दिए कि लक्ष्यों का निर्धारण समयबद्ध ढंग से करते हुए लक्ष्यों की पूर्ति गुणवत्तापरक की जाए, जिससे हरियाणा का देश में प्रथम स्थान हो सके I
बैठक के दौरान हरियाणा के सिरसा जिले के उपायुक्त श्री पार्थ गुप्ता द्वारा जिले की स्थिति का प्रस्तुतीकरण विस्तार पूर्वक किया गया, जिसमें जिले स्तर पर किये गए अभिनव प्रयासों, आई.ई.सी. गतिविधियों एवं सम्बंधित लोगों को प्रदान किये गए प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी गई।