चंडीगढ़, 5 सितंबर। हरियाणा पुलिस ने शिक्षक दिवस के मौके पर समाज के ’प्रबुद्ध’ व ‘जिम्मेदार‘ नागरिकों के विशेष योगदान की सराहना करते हुए यह दिवस मनाया।
पुलिस टीम ने प्रदेशभर में लगभग 1500 से अधिक नागरिकों से संवाद स्थापित करते हुए उन्हें थैंक्यू टीचर कार्ड दिया और समाज में एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर उनके द्वारा किए गए कार्याें के लिए प्रशंसा की।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि समाज में अपराध की रोकथाम व अन्य संवेदनशील मुद्दों के बारे में जागरूक करते हुए स्वयं एक प्रेरणा स्त्रोत बनकर, एक शिक्षक की भांति राष्ट्र निर्माण की दिशा में अपना अहम योगदान देने वाले नागरिक बधाई के पात्र हैं।
पुलिस ने सभी जिलों में जमीनी स्तर पर यह अभियान चलाते हुए 1500 से अधिक नागरिकों से मुलाकात की।
इस दौरान सभी क्षेत्रों के लोगों का धन्यवाद करते हुए विभिन्न सेफटी टिप्स, सड़क व यातायात सुरक्षा नियमों, साइबर अपराध के प्रति संवेदनशील बनाने और लैंगिक असमानता जैसे मुद्दों के बारे में अन्य लोगों को जागरूक करने के उनके प्रयासों की सराहना की।
नागरिकों को दिया ‘‘थैंक्यू टीचर‘‘ कार्ड
इस मुहित के तहत पुलिस ने नागरिकों के कुछ जिम्मेदारी पूर्वक किए गए कार्यों व उल्लेखनीय योगदानों को सूचीबद्ध करते हुए थैंक्यू टीचर अभिनंदन पत्र भी दिया, जिसमें उनके द्वारा नियमित रूप से निर्वहन की गई विभिन्न प्रकार की सामाजिक जिम्मेदारियों का उल्लेख था। जैसे कि बच्चों को 18 वर्ष की आयु से पहले वाहन नहीं चलाने देना, नशे जैसी समाजिक बुराई से दूरी, साइबर सुरक्षा की शिक्षा, महिलाओं को सम्मान, लैंगिक समानता, कोविड नियमों का पालन।
हर ‘जिम्मेदार‘ नागरिक है ‘शिक्षक‘
हरियाणा पुलिस का मानना है कि जो स्वयं सतर्क रहते हुए समाज के अन्य सदस्यों को अपराध निवारण युक्तियों के बारे में जागरूक करते हैं – उन्हें विभिन्न मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाते हैं – वे समाज के ‘जिम्मेदार‘ नागरिक हैं। समाज की बेहतरी और एक स्वस्थ समुदाय के निर्माण की दिशा में विशेष योगदान देने के साथ ही ऐसे लोग एक तरह सेे ‘शिक्षक‘ की भूमिका निभाते हैं।
यह था कार्यक्रम का उद्देश्य
प्रवक्ता ने बताया कि डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा शिक्षक के रूप में दिए गए उल्लेखनीय योगदान को हमेशा याद रखने के लिए हर साल 5 सितंबर का दिन ’शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शिक्षकों द्वारा समाज में दिए गए उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें सम्मानित भी किया जाता है। गुरुओं के सम्मान में आयोजित पावन पर्व के इसी महत्वपूर्ण उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा पुलिस ने इस तरह की गतिविधि करने की योजना बनाई ताकि अधिक से अधिक लोगों को शिक्षक दिवस के अवसर पर खुशहाल समाज के ‘जिम्मेदार‘ नागरिक व ‘शिक्षक‘ बनने की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया जा सके।