चंडीगढ़, 11 सितंबर। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि हरियाणा प्रगतिशील व बहुत ही साधन-सम्पन्न राज्य है और देश में कई विषयों में आगे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग काफी अच्छे, मेहनती व सरल स्वभाव के हैं। हरियाणा और आगे बढ सके इसके लिए उनकी कुछ प्राथमिकताएं हैं जिनमें मुख्य तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कृषि (विशेष रूप से जैविक), रोजगार सृजन के साथ-साथ कौशल विकास इत्यादि शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों, पेशेवर व तकनीकी पद्धति के साथ-साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढावा देना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।
राज्यपाल आज यहां राजभवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
राज्यपाल का 40 साल का लंबा राजनीतिक जीवन रहा
उन्होंने कहा कि उनका 40 साल का लंबा राजनीतिक जीवन रहा है और उन्हें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आपको अच्छी जिम्मेदारी दी जाएगी जिस पर मैंने कहा था कि मैं इस जिम्मेदारी को अच्छी प्रकार से निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि गत 15 जुलाई को वे हरियाणा के राज्यपाल बने हैं और उसके बाद से हरियाणा के मुख्यमंत्री, मंत्री व अधिकारी उनसे मिलने के लिए आएं हैं और इन सभी से विभिन्न विषयों पर विस्तृत जानकारी भी मिली है। उन्होंने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पहली बार मिलने का मौका मिला और उन्होंने सरकार की प्राथमिकताएं उन्हें बताई हैं।
हम कोविड पर विजय पाएंगे- राज्यपाल
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश व हरियाणा में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य अच्छा चल रहा है और अब लोगों का संशय दूर हो रहा है और लोगों में हिम्मत भी आ रही हैं जिससे हम कोविड पर विजय पाएंगें। उन्होंने कहा कि कोविड की भयानक परिस्थिति बीत चुकी है।
नई शिक्षा नीति वर्ष 2025 तक लागू करने की बात, मिलेंगे रोजगार के अवसर
राज्यपाल ने कहा कि हमने पहली बार विश्वविद्यालयों के कुलपतियों व रजिस्ट्रार की एक दिन की कार्यशाला शुरू की जिसमें मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री ने भी भाग लिया और तकनीकी संस्थाओं के लोगों ने भी भाग लिया। इसी प्रकार, कौशल विकास के लिए भी कार्यशाला की गई जिसमें विश्वकर्मा विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों व कुलपति ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्वास्थ्य के संबंध में भी एक बैठक उनके द्वारा ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को 202़5 तक राज्य में अमल करने की बात उन्हें बताई गई है जिसके लिए विश्वविद्यालयों के कुलपतियों द्वारा शैडयूल पर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में नई शिक्षा नीति वर्ष 2025 तक लागू करने की बात है जिससे रोजगार के अवसर मिलेंगे और कई चीजों का समाधान होगा।
राज्य की खेल नीति सराहनीय
दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा खेलों में अच्छा कार्य कर रहा है और राज्य की खेल नीति सराहनीय है जिसके चलते हाल ही में हुए ओलँपिक खेलों में हरियाणा के खिलाडियों ने राज्य को देश व दुनिया में नई पहचान दिलाई है और इसके लिए वे हरियाणा के खिलाडियों को बधाई देना चाहते हैं।
परिवार पहचान पत्र महत्वपूर्ण व परिवर्तक का करेगा कार्य
राज्यपाल ने बताया कि राज्य में परिवार पहचान पत्र का कार्य जारी है जो एक महत्वपूर्ण व परिवर्तक का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब से गरीब को लाभ मिलेगा और गरीबी को दूर करने का सहयोग मिलेगा तथा रोजगार सृजन में यह योजना अहम योगदान दे सकती है।
प्रवासी मजदूरों के लिए हो कल्याणकारी कार्य
राज्यपाल ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों के कल्याण के लिए उनके मन में काम करने का विचार हैं जिसके तहत न्यूनतम वेतन, मकान, कल्याणकारी योजनाएं व नीतियां, स्वास्थ्य, शिक्षा इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों के कल्याण हेतू वे सुझाव भी चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि उनके ध्यान में कोई भी बात आएगी तो वे सरकार को अवश्य बताएंगें। सरकार अच्छे सुझावों को मान रही है।
अपनी जिम्मेदारियों के तहत राजनीतिक व सामाजिक संगठनों से मिल रहे हैं राज्यपाल
उन्होंने अपनी कार्य प्रणाली के संबंध में कहा कि वे अपनी जिम्मेदारियों के तहत राजनीतिक व सामाजिक संगठनों से मिल रहे हैं व उनके विषयों को सुन रहे हैं। पिछले दिनों प्रतिपक्ष नेता भूपेन्द्र सिंह हुडडा उनसे मिलने के लिए आए थे और बहुत से विषयों पर उनसे बात हुई थी। इसी प्रकार, जेजेपी के नेताओं से भी उनकी बातचीत हुई है। सभी राजनीतिक लोगों से वे मिल रहे हैं।
एनसीसी व रेडक्रास जैसे संगठन लोगों की मदद में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं-राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि वे प्रवास करने का भी प्रयास करेंगें, इसी कडी में वे पिछले दिनों कुरूक्षेत्र व गुरूग्राम भी गए थे। उन्होंने कहा कि रेडक्रास के तहत सामाजिक लोगों की भागीदारी को बढ़ाने की जरूरत हैं। इसके अलावा, नए लोगों को भर्ती करने के साथ-साथ सप्लाई चेन पर बल देने की आवश्यकता है। ऐसे ही, एनसीसी व रेडक्रास जैसे संगठन लोगों की मदद में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
रैडक्रास, साकेत व बाल कल्याण जैसी संस्थाओं का सदुपयोग हो-राज्यपाल
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि रैडक्रास, साकेत व बाल कल्याण जैसे कार्य अच्छे विचारों के तहत ही स्थापित व विकसित किए गए हैं और इनका सदुपयोग होना चाहिए। इसी प्रकार, एक अन्य प्रश्न के उत्तर में राज्यपाल ने कहा कि जहां तक विश्वविद्यालयों में रिक्तियां भरने की बात हैं तो इन्हें भरना बहुत बड़ी जिम्मेदारी का काम है इसलिए वर्ष 2025 तक चरणबद्ध तरीके से इन्हें भरा जाना चाहिए।
वे चाहते हैं कि किसान आंदोलन का हो जल्द से जल्द से समाधान, किसी भी समस्या का समाधान वार्ता (डायलाॅग) है
इसी प्रकार, किसान आंदोलन के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि वे चाहते हैं कि केन्द्र व राज्य सरकार इस समस्या का समाधान करने के लिए प्रयासरत हैं और वे चाहते हैं कि इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द हो। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान वार्ता (डायलाॅग) है, वार्ता प्रक्रिया लगातार जारी रहनी चाहिए, उसी से रास्ता निकलेगा। वार्ता के लिए केन्द्र सरकार तैयार है बाकी विभिन्न माध्यम भी है लेकिन हमें समाधान चाहिए और समाधान के लिए वार्ता जरूरी है।