चंडीगढ़, 6 सितंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय हरियाणा शिक्षा विभाग स्थापित किए जाने की दिशा में राज्य सरकार विचार करेगी।
मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में ‘इंटरनेशनल हरियााणा एजूकेशन सोसायटी’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हरियाणा के युवाओं की विदेशों में पढ़ने व नौकरी करने के सपने को साकार करेगी।
इसके लिए ‘विदेश सहयोग विभाग’ स्थापित करने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीए-एम की डिग्री के साथ पासपोर्ट देने वाली हमारी पहली सरकार है। अब तक 3,000 युवाओं के पासपोर्ट बनवाए भी जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं को विदेशी भाषाओं को सीखने के लिए भी कहा।
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने खुद जैपनीज भाषा सीखने के कोर्स में एडमिशन लिया है।
उन्होंने कहा कि विदेशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी परस्पर समझ स्थापित किए जाने का एक बेहतर माध्यम होता है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा के युवाओं के लिए ‘इंटरनेशनल हरियाणा एजूकेशन सोसायटी’ द्वारा शुरु किए गए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए लंदन के युवा रोहित अहलावत की प्रशंसा करते हुए कहा कि विदेश में रहते हुए अपने समाज की चिंता करने वालों की फौज खड़ी हो जाएगी तो हरियाणा के युवा विदेशों में जल्द लठ गाड़ देंगे।
ब्रिटेन के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ हुई एक पुरानी मुलाकात के अनुभवों को सांझा किया।
संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया से जुडे डॉ. राजवीर दहिया ने अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रवेश की व्यापक संभावनाओं बारे उपयोगी विवरण प्रस्तुत किया।
‘हरियाणा एजूकेशन सोसायटी’ के संस्थापक रोहित अलावावत ने सोसायटी के उद्देश्यों के बारे में बताया।
ब्रिटेन से जुड़ी रेखा धनखड़ ने मुख्यमंत्री के कर कमलों से सोसाइटी का पहला रजिस्ट्रेशन करवाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव योगेन्द्र चौधरी, विभाग के समन्यवक पवन चौधरी, लंदन से किरण गुलिया, निशा अहलावत के अलावा देश विदेश की अनेकों हस्तियां जुड़ीं।