चंडीगढ़, 10 अक्तूबर। शिक्षा क्षेत्र मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है, जिसकी ओर सरकार विशेष ध्यान दे रही है। राज्य के छात्रों को रोजग़ार के काबिल बनाने के लिए उच्च शिक्षा क्षेत्र में अहम कदम उठाए जा रहे हैं।
यह बात उच्च शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज यहाँ पंजाब यूनिवर्सिटी में पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) द्वारा आयोजित किए गए एक समारोह के दौरान संबोधन करते हुए कही।
मंत्री मीत हेयर ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने छह महीनों के थोड़े समय के अंदर उच्च शिक्षा क्षेत्र में कई कदम उठाए हैं। पिछले छह सालों से चली आ रही काफी पुरानी मांग को पूरा करते हुए यूनिवर्सिटी- कॉलेजों के अध्यापकों को यू.जी.सी. स्केल दिए गए। पिछले लम्बे समय से कॉलेजों में भर्ती न होने के कारण गेस्ट फैकल्टी और पार्ट टाइम लेक्चरर के सहारे ही बहुत से कॉलेज चल रहे हैं। सरकार द्वारा इन अध्यापकों के मेहनताने में भी वृद्धि की गई। इसके अलावा इस काडर को छुट्टियाँ आदि की सुविधाएं दी गईं।
पूटा द्वारा सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल करने सम्बन्धी माँग पर मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पहले ही राज्य के मुख्य सचिव को पुरानी पेंशन बहाल करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लोगों के साथ किया हर वादा पूरा किया जा रहा है। इसके अलावा जो वादे नहीं भी पूरे किये गए, उनको भी पूरा किया जा रहा है, जैसे कि एक विधायक-एक पेंशन आदि।
इससे पहले पूटा द्वारा उच्च शिक्षा मंत्री का सम्मान किया गया। एसोसिएशन के प्रधान मिर्तुंजे कुमार ने मीत हेयर का स्वागत करते हुए राज्य सरकार का धन्यवाद किया, जिन्होंने पिछले छह सालों से कॉलेज-यूनिवर्सिटी अध्यापकों की मांग को पूरा करते हुए यू.जी.सी. स्केल दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का भी विशेष रूप से धन्यवाद किया।
इस मौके पर विधायक जगदीप गोल्डी कंबोज और नरेंद्र सवना, पंजाब यूथ विकास बोर्ड के चेयरमैन गोल्डी खरड़, पूटा द्वारा अमरजीत सिंह नौरा, नवदीप गोयल, रौणकी राम, जतिन्दर ग्रोवर, रजत संधीर, दलविन्दर सिंह, केशव मल्होत्रा, योगराज अंगरीश, सीनेट मैंबर सन्दीप कटारिया, शमिंदर संधू और गुरमीत सिंह और पूर्व विद्यार्थी नेता डॉ. भुपिन्दर सिंह बाठ भी मौजूद थे।