पंचकूला, 6 दिसंबर। हरियाणा होमगार्ड के जिला कार्यालयों व प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटर मोगीनंद पंचकूला में बड़े हर्षो उल्लास के साथ 62वां स्थापना दिवस मनाया गया।
होमगार्ड व सिविल डिफेंस के जॉइंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में विभाग के एडीजीपी श्री सीएस राव ने झंडा फहराने के बाद परेड का निरीक्षण किया।
प्रदेश के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में अलग अलग जिलों से आये होमगार्ड कर्मचरियों व स्वयं सेवकों की 5 टुकड़ियों ने मिलकर सलामी मार्च पास्ट से अतिथि का स्वागत किया।
एडीजीपी ने बताया कि होमगार्ड संगठन को साल 1946 में बनाया गया था, जो किसी भी अप्रिय स्थिति में नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अलावा जुड़वां स्वैच्छिक संगठन नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षक बनाया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1962 के चीन युद्ध में एक बार फिर मददगारों की जरूरत महसूस हुई और 6 दिसंबर 1962 को गृह रक्षक संगठन का पुनर्गठन किया गया।
उन्होंने बताया कि कठिन परिस्थितियों में प्राकृतिक और मानव जनित आपदाओं के दौरान लोगों की जान माल की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किये बिना होमगार्ड स्वयंसेवक डटे रहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज 14,025 होमगार्ड के पद स्वीकृत हैं। उन्होंने बताया कि सरकार से वालंटियरों की भर्ती से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही नई भर्तियों को किया जाएगा।
सीएस राव ने बताया कि अब होमगार्ड के जवानों को ट्रैफिक पैटर्न की वर्दी डालने की मंजूरी स्थापना दिवस पर सौगात के रूप में दी गई है। जो जवान पुलिस के साथ ट्रैफिक की ड्यूटी करते हैं वो सफेद कमीज और नीली पेंट में नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि मॉडर्न युग के साथ नई तकनीकों और नए उपकरणों को शामिल किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि डीजीपी देशराज सिंह ने होमगार्ड महकमे में आने के बाद होमगार्ड स्वयं सेवक जवानों की जरूरतों व बेहतर भविष्य के लिए ड्यूटियों में बढ़ोतरी करवाई।
होमगार्ड जवानों ने बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से करीब 10 प्रकार के आपातकालीन तरीकों द्वारा बचाव की मॉक ड्रिल को किया। इस प्रदेश व देश की जनता को इस कार्यक्रम के माध्यम से सीधा संदेश दिया कि होमगार्ड जवान पुलिस बल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कानून व ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण करने के साथ साथ किसी भी आपदा के समय में आपदा प्रबंधन के कार्यों में आपकी सुरक्षा कार्यों में भी तत्पर व निपुण है।
होमगार्ड जवानों ने दौड़, रस्सा-कस्सी, वॉलीबॉल जैसे खेलों में भाग लेकर स्वस्थ शरीर सुरक्षित समाज का संदेश दिया। प्रदेश स्तर पर बेहतरीन कार्यों के लिए जवानों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। एडीजी ने जवानों द्वारा की गयी सलामी मार्च पास्ट, मॉक ड्रिल, खेल क्रीड़ाओं को देखकर जवानों का हौसला बढ़ाया व उनकी प्रशंसा की।