सरकार की नीयत और नीतियों से परेशान है किसान – हुड्डा
गेहूं व गन्ने के बकाया का जल्द भुगतान करे सरकार, अब भी किसानों का करोड़ों रुपये बकाया- हुड्डा
कागजों तक सीमित है पशु बीमा योजना, पशुपालकों को नहीं दिया जाता कोई क्लेम- हुड्डा
चंडीगढ़, 23 जून। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गठबंधन सरकार पर निशाना साधा है।
उनका कहना है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार की नीयत और नीतियों से किसान, मजदूर और आढ़ती का नुकसान हो रहा है। सरकार की नीतियां फसल उत्पादक से लेकर पशुपालक तक हर किसान के लिए हानिकारक साबित हो रही हैं।
हुड्डा ने कहा कि आय दुगुनी करने व एमएसपी पर खरीद का सरकारी वादा भी जुमला साबित हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को मजबूरी में अपनी मक्का 1300 से 1400 रुपये प्रति क्विंटल के रेट पर बेचनी पड़ रही है जबकि मक्का का एमएसपी 1850 रुपये है। किसानों ने फसल खरीद की पर्ची दिखाकर बताया है कि उन्हें प्रति क्विंटल 400 से 500 रुपये कम रेट पर फसल बेचनी पड़ रही है।
हुड्डा ने सरकार से किसानों को हो रहे इस नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने गेहूं उत्पादक किसानों के बकाया का भुगतान करने की भी मांग उठाई है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अभी तक किसानों का करोड़ों रुपया सरकार की तरफ बकाया है। उन्होंने गेहूं के साथ गन्ने के भुगतान की भी मांग की है।
हुड्डा के अनुसार सरकार को जल्द से जल्द किसानों को भुगतान करे ताकि किसानों को आने वाली फसलों की तैयारी में आर्थिक दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
सरकार पर हमले करते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ आढ़तियों से भी वादाखिलाफी की है। उन्हें उनकी पूरी आढ़त का भुगतान नहीं किया जा रहा।
नेता विपक्ष ने पशुपालक किसानों से आई शिकायतों पर कहा कि पशु बीमा योजना सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान बीमा की एवज में पशुपालकों के नुकसान की भरपाई की जाती थी लेकिन, इस सरकार में न पशुओं का बीमा हो रहा है और न ही पशुपालकों को कई महीनों से किसी तरह का कोई क्लेम दिया जा रहा है।