इसी तरह उन्होंने दलवीर गोल्डी का जिक्र करते हुए कहा कि भले ही गोल्डी कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं लेकिन, सवाल यह है कि उनके जैसे मेहनती नेता और मधुर वक्ता ने कांग्रेस क्यों छोड़ी? इसका सही उत्तर यह है कि पंजाब कांग्रेस के नेताओं की वाणी पर कोई नियंत्रण नहीं है। ऐसा लगता है मानो कांग्रेस पंजाब में अपनी मुक्ति की ओर बढ़ रही है और यह भी सच है कि कांग्रेस की इस दयनीय स्थिति के लिए उसके नेता जिम्मेदार हैं, जो अपनी पार्टी की जड़ें काट रहे हैं।
इस मौके पर बातचीत करते हुए बीजेपी के केंद्रीय नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने पंजाब में बीजेपी परिवार के बढ़ने पर संतोष जताया और कहा कि वह पिछले दिनों राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड और यूपी का दौरा कर चुके हैं।
शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के विकास एजेंडे को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन चुनावों के दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की नीतियों से तंग आ चुकी जनता मोदी सरकार के विकासोन्मुख एजेंडे पर अपनी मुहर लगाएगी और भाजपा के उम्मीदवार राज्य में 13 सीटों पर जीत हासिल करेंगे।
पंजाब के किसानों की समस्याओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि राज्य के किसान कठिन परिस्थितियों के कारण संघर्ष की राह पर हैं, लेकिन फिर भी यह कहना होगा कि किसी भी मुद्दे का समाधान बातचीत से ही हो सकता है। केंद्र सरकार किसानों से बातचीत के लिए हमेशा तैयार है और दरवाजे खुले हैं।