चंडीगढ़, 20 अक्टूबर। Maharishi Valmiki के आदर्श विचार सदैव समाज को प्रेरित करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सामाजिक सद्भाव, समानता व न्याय पर उनके विचार समाज को दिशा दे रहे हैं।
सीएम ने युवाओं को महर्षि वाल्मिकी के आदर्श विचारों का अनुसरण करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने Maharishi Valmiki के चित्र पर पुष्प अर्पित कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष विजय सांपला व विधायक बिशम्भर सिंह मौजूद थे।
सीएम ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण की रचना कर गौरवशाली संस्कृति को संजोने में योगदान दिया।
इस महाकाव्य में उन्होंने प्रेम, त्याग, तप व यश की भावनाओं का महत्व बताया।
मनोहरलाल ने कहा कि महाकाव्य रामायण हमें सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने देश और प्रदेशवासियों को महर्षि वाल्मीकि जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
बवानीखेड़ा के विधायक बिशम्भर सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को महाकाव्य रामायण की एक प्रति भी भेंट की।
वाल्मीकि जयंती को परगट दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
वाल्मीकि जयंती शरद पूर्णिमा तिथि पर मनाई जाती है।
इसका कारण यह है कि महर्षि वाल्मीकि का जन्म शरद पूर्णिमा पर हुआ था।
पूर्णिमा तिथि के लिए पूजा का टाइम आज रात 8.26 पर समाप्त होगा।
पूजा 19 अक्तूबर शाम 7 बजकर 3 मिनट पर शुरु हुई थी।