चंडीगढ़, 13 अगस्त। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है, जिसमें युवाओं, महिलाओं, बच्चों, शिक्षण संस्थानों, स्वयंसेवी संगठनों, संत-महात्माओं और सामाजिक संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। जब युवा शक्ति नशे की गिरफ्त से मुक्त होगी, तब भारत को निश्चित तौर पर विकसित राष्ट्र बनने से कोई ताकत नहीं रोक सकती।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला में नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर पांच वर्ष पहले 15 अगस्त, 2020 को भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ की शुरुआत की गई थी। इस अभियान का उद्देश्य देश को एक स्वस्थ, समृद्ध और उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करना तथा लोगों को नशे के विरुद्ध जागरूक और एकजुट करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हरियाणा को भी नशा मुक्त करने का संकल्प लिया है, जिसके तहत पिछले दिनों साइक्लोथॉन का भी आयोजन किया गया, जिसमें लाखों की संख्या में युवाओं ने भाग लिया और नशे से दूर रहने का संकल्प लिया। नशा मुक्त भारत अभियान ने नशे के खिलाफ एक व्यापक जन-आंदोलन खड़ा किया है। इस आंदोलन से युवा, महिलाएं, बच्चे, शिक्षण संस्थाएं और स्वयंसेवी संस्थाएं जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में संत-महात्मा और खाप पंचायतें भी अपना सहयोग व समर्थन दे रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने दुनिया को अपनी सामरिक शक्ति का परिचय दिया है। खेलों के क्षेत्र में हमारे युवा बड़ी कामयाबी हासिल कर रहे हैं। हमारा देश कई मामलों में आत्मनिर्भर हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 तक भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने का लक्ष्य रखा है। विकास की इस रफ्तार में राष्ट्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हरियाणा भी विकास की नई ऊंचाइयां छू रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र की प्रगति को बनाए रखने और इसे बढ़ाने के लिए हमें युवाओं को नशे से दूर रखकर उन्हें रचनात्मक कार्य में लगाना होगा। इस अभियान को शुरू करने का मूल उद्देश्य भी यही है। इस अभियान ने पिछले पांच वर्षों में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने व समाज को नशे की बुरी आदतों से मुक्त करने की प्रेरणादायक यात्रा तय की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नशे के खिलाफ कानून बनाती है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देती है। नशे पर पूर्ण रोकथाम लगाने के लिए सरकार ने पंचकूला में 7 राज्यों के साथ मिलकर एक अंतरराज्यीय सचिवालय स्थापित किया है। इस सचिवालय में राज्यों के प्रतिनिधि आपसी समन्वय स्थापित कर नशे पर रोकथाम लगाने के लिए सूचनाओं को सांझा करते हैं। लेकिन समाज से नशे को मुक्त करने का कार्य केवल कानून से संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए जन-जागरण, सामाजिक भागीदारी और विशेषकर युवा शक्ति की आवश्यकता है। हमारी सरकार हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए कृत संकल्पित है।
माता-पिता अपने बच्चों को समय दें और उनका मार्गदर्शन करें ताकि बच्चे रास्ता न भटकें
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को खोखला करता है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि युवा पीढ़ी को मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करें। जिन युवाओं को नशे की लत लग गई है, उनसे दूरी बनाने की बजाये उन्हें नशा छोड़ने के लिए सहयोग दें और प्रेरित करें। इसके लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी समाज व अभिभावक और माता-पिता की है। यह बहुत आवश्यक है कि माता-पिता अपने बच्चों को समय दें और उनकी बात सुनें। उन्हें सही मार्गदर्शन दें ताकि वे रास्ता न भटकें। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थितजनों को नशा न करने और दूसरों का नशा छुड़वाने की शपथ दिलवाई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश की युवा शक्ति अगर सकारात्मक दिशा में बढ़े, तो भारत को दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता। स्वामी विवेकानंद जी ने भी कहा है कि उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक अपना लक्ष्य हासिल न कर लो। आज भारत की सबसे बड़ी ताकत हमारी युवा आबादी है। अगर हम अपने युवाओं को नशे से बचा पाए, तो वे शिक्षा, खेल, विज्ञान, कृषि, उद्योग और स्टार्टअप में नई ऊंचाइयां हासिल करेंगे और राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान देंगे।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित संत समाज ने एक मत से हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के युवाओं और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को साधुवाद दिया। संतों ने कहा कि राष्ट्र की प्रगति तभी संभव है जब समाज नशा मुक्त हो। नशा हमारी युवा पीढ़ी को कमजोर कर रहा है और यह देश की रीढ़ को तोड़ने का काम कर रहा है। इस बुराई के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ-साथ सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सैनी का संकल्प है कि हरियाणा से नशे की बुराई को जड़ से समाप्त किया जाए और एक उज्ज्वल, स्वस्थ समाज का निर्माण किया जाए। युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए संतों ने कहा कि नशा न केवल स्वास्थ्य बल्कि समाज और राष्ट्र के भविष्य के लिए भी घातक है।
संतों ने समाजसेवियों का आह्वान किया कि नशा मुक्ति को जन-आंदोलन का रूप दें और भारत को नशा मुक्त बनाने में अपना योगदान दें। संत समाज की ओर से इस अभियान को सफल करने में हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद श्रीमती रेखा शर्मा, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल, पूर्व विधानसभा स्पीकर श्री ज्ञान चंद गुप्ता सहित गांवों के सरपंच और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।