अमृतसर, 28 मई। हिमाचल प्रदेश के Sirmour जिले के Paonta Sahib में एक Illegal Pharma Factory “Unique Formulation” में छापेमारी के दौरान Tramadol और Alpress समेत 30 लाख से ज्यादा नशीली गोलियां व कैप्सूल जब्त कर लिए गए हैं।
छापा पंजाब पुलिस ने कल देर शाम मारा था।
मामले में फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी की पहचान मुनीश मोहन के तौर पर हुई है, जोकि पौंटा साहिब, (सिरमौर) के देवी नगर का रहने वाला है।
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता इस बारे में बताया कि नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के हिस्से के तौर पर एसएसपी ध्रुव दहिया की अगुवाई में Himachal Pradesh स्थित एक Illegal Pharma Factory में गैर-कानूनी ढंग से दवा बनाने और सप्लाई करने का भंडाफोड़ किया है।
उन्होंने बताया कि 18 मई को तीन व्यक्तियों के पास से 50,000 ट्रामाडोल गोलियाँ बरामद करने की जाँच के हिस्से के तौर पर स्टेशन हाऊस अफ़सर (एसएचओ) मत्तेवाल लवप्रीत सिंह और सब इंस्पेक्टर गुरविन्दर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने Himachal Pradesh Police और सिरमौर के स्थानीय Drug Inspector की मौजूदगी में फैक्ट्री में छापा मारा।
अमृतसर से दो ड्रग इंस्पेक्टर सुखदीप सिंह और अमरपाल मल्ली भी छापेमारी करने वाली टीम के साथ थे।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री में से 12.45 लाख ट्रामाडोल कैप्सूल, 7.72 लाख ट्रामाडोल गोलियाँ, 9.99 लाख ऐलप्रैक्स (अलप्राज़ोलम) गोलियाँ बरामद की हैं, जिनकी कीमत तकरीबन 15 करोड़ रुपए है।
इससे पहले 2020 में, पंजाब पुलिस ने Narela (Delhi) के न्यूटैक फार्मा गोदाम से ट्रामाडोल और क्लोविडोल समेत 2.8 करोड़ नशीली गोलियाँ और कैप्सूल ज़ब्त करने के उपरांत फार्मा द्वारा किए जा रहे ग़ैर-कानूनी कारोबार का पर्दाफाश किया था और पुलिस ने कृष्ण अरोड़ा और उसके बेटे गौरव अरोड़ा समेत दिल्ली से गोदाम के मालिकों को भी गिरफ़्तार किया था।