चंडीगढ,11 सितंबर। दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बारिश के कहर और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी चेतावनी के कारण आम आदमी पार्टी की हरियाणा में निकाली जा रही किसान मजदूर खेत बचाओ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।
पहले यात्रा 12 व 13 सितंबर को निकालनी तय की गई थी। मगर अब यह बची दो दिवसीय यात्रा 18 व 19 सितंबर को फरीदाबाद से पलवल के लिए निकलेगी।
यात्रा के संबंध में पत्रकारों से बातचीत में डॉ. गुप्ता ने कहा मौसम विभाग ने दिल्ली और एनसीआर के कुछ इलाकों में भारी से बेहद भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके साथ तेज बिजली कड़कने की आशंका भी जताई गई है। मौसम विभाग ने हरियाणा करनाल, सफीदों, पानीपत, जींद, हांसी, चरखी दादरी, नूह, झज्झर, बरौत, फरीदाबा, गुरूग्राम, बल्लभगढ, रेवाडी, महेन्द्र गढ, मेवात समेत तमाम इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
इसी को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी के फरीदाबाद व पलवल के सैकडो कार्यकर्ताओं ने इसको 12 व 13 सितंबर की बजाए 18 व 19 सितंबर को निकालने को अनुरोध किया है। जिसको सभी यात्रा के सभी संयोजकों ने एकमत से स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की किसान मजदूर खेत बचाओ यात्रा अब तक पश्चिमी जोन, उत्तरी जोन, तथा पूर्वी जोन में आने वाले विधानसभाओं के शहर गांवों से होकर गुजरी है। हाल ही में हिसार, टोहाना, फतेहाबाद, भटटू, भूना मंडी, टोहाना कुला रतिया, सिरसा, रोहतक, झज्जर, पानीपत, पंचकुला, समालखा, दादरी भिवानी से जब यात्रा निकली।
गुप्ता ने कहा कि पिछले 9 महीने से किसान केन्द्र सरकार के लागू तीन काले कानून के विरोध में सड़कों पर आंदोलन कर रहे है। वह दिन रात न बारिश, सर्दी व गर्मी को देखे सडकों पर है। आंदोलन के तहत अभी तक 600 किसान अपनी शहादत दे चुके है। इसके बावजूद भाजपा सरकार किसानों की आवाज सुनने की बजाय उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।
भाजपा सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है। देश की आजादी के बाद भाजपा सरकार पहली, ऐसी सरकार ने जिसने किसानों के हितों पर सबसे अधिक कुठाराघात किया है। भाजपा सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी सरकार साबित हुई है।
लेकिन, आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही किसान आंदोलन के साथ खड़ी है और किसानों की आवाज बनने का काम कर रही है। यह यात्रा इसके समर्थन में निकाल जा रही है।
यात्रा के दौरान मिले उत्साह को देखते हुए हमने इसको छह दिनों के लिए जरूर स्थगित किया है। मगर हम एक नये जोश के साथ साउथ जोन में निकाली जाने वाली यात्रा को 18 वे 19 सितंबर को किसानों और स्थानीय निवासियों के बीच लेकर पहुंचेगे।