चंडीगढ़, 16 मई – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को Panipat रिफाइनरी के पास गांव बाल जाटान में गुरु तेग बहादुर संजीवनी कोविड अस्पताल की शुरुआत की।
इस अस्पताल में आज से ही कोविड मरीजों का इलाज शुरू हो गया है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश में ‘महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा’ की अवधि 24 मई की सुबह तक के लिए बढ़ाने की घोषणा की है।
Panipat की रिफाइनरी के पास बाल जाटान गांव में बनाए गए कोविड अस्पताल का नाम गुरु तेग बहादुर के नाम पर रखा गया ।
उन्होंने महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा को एक सप्ताह के लिए अर्थात 24 मई प्रात: 6 बजे तक बढ़ाने की भी घोषणा की।
Panipat-इस बार रहेगी ज्यादा सख्ती
इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतें और अपने घरों में सुरक्षित रहें।
जरूरी काम होने पर ही घर से निकलें।
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा के तहत और सख्ती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की अब कोई कमी नहीं है।
अब हमें आवश्यकता अनुसार ऑक्सीजन मिल रही है।
उन्होंने कहा कि 500 बेड की क्षमता वाले अस्पताल पर लगभग 28 करोड़ 88 लाख 70 हजार रुपये का खर्च आया है।
300 बेड का संचालन रविवार से कर दिया गया है जबकि दो दिन में 200 बेड का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बाल जाटान ग्राम पंचायत ने लगभग 1.50 करोड़ का सहयोग किया है।
कोविड बेड की संख्या बढ़कर 19500 हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्दर स्वास्थ्य विभाग में नए बेड की संख्या बढ़ी है।
इससे पहले प्रदेश में 17500 बेड स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध थे जो अब बढ़कर 19500 हो गए हैं।
इसके अतिरिक्त आईसोलेशन के लिए भी प्रदेश सरकार लगभग 45000 बेड तैयार कर रही है
उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का पीक बहुत तेज है जो पहली लहर से आकलन में 5 गुणा अधिक है
लेकिन, इसके बावजूद हमारे डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ ने बड़ी मजबूती के साथ मोर्चा सम्भाला है।
ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए चार केंद्र
उन्होंने प्रदेश के लोगों को आंखों की नई बीमारी ब्लैक फंगस के प्रति भी सचेत होने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के अभी तक 60 केस मिले हैं।
इस बीमारी की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार ने 4 सेंटर बनाए हैं
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कतर, ओमान, बहरीन और दुबई जैसे देशों से मंगवाई जा रही है।
Panipat में मॉडल कलस्टर के तहत श्रमिकों के लिए मॉडल के रूप में 100 करोड़ रुपये खर्च कर घर बनाए जाएंगे।
श्रमिकों के लिए कम खर्च पर मॉडल घर तैयार किए जाएंगे।
इनमें बाहर से आए मजदूर भी रह सकेंगे।