चंडीगढ़, 2 सितंबर। हरियाणा सचिवालय में डिजिटल नोटिस बोर्ड का उद्घाटन हो गया है।
साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आजादी में प्रदेश के योगदान पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी के उद्घाटन भी हुआ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि हम डिजिटल हरियाणा पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
हमारा उद्देश्य लोगों को जल्द से जल्द सेवा उपलब्ध कराना है।
सीएम ने कहा कि हम आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि डिजिटल नोटिस बोर्ड के जरिए लोगों को आजादी के संघर्ष की गाथाओं के बारे में जानकारी मिलेगी।
इस मौके पर मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, बनवारी लाल, जेपी दलाल, मूलचंद शर्मा, ओपी यादव और सन्दीप सिंह भी मौजूद थे।
मिनी सचिवालयों में लगाए जाएंगे बोर्ड
सीएम ने कहा, आजादी के संघर्ष में प्रदेश के योगदान की जानकारी वाले डिजिटल बोर्ड सभी मिनी सचिवालयों में लगाए जाएंगे।
साथ ही ऐसे स्थानों पर भी ऐसे डिजिटल नोटिस बोर्ड लगाए जाएंगे, जहां लोगों का आवागमन ज्यादा हो।
रोहनात के लोग 2018 तक नहीं मनाते थे आजादी का पर्व
सीएम ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और एक संस्मरण सुनाया।
उन्होंने बताया कि 2018 से पूर्व तक भिवानी के रोहनात गांव के लोग आजादी का पर्व नहीं मनाते थे।
उन्होंने बताया कि वे खुद गांव में गए और लोगों को आजादी का पर्व मनाने के लिए प्रेरित किया।
रोहनात में जलियांवाला बाग की तरह कुआं और पेड़
भिवानी जिले के रोहनात गांव में आज भी ब्रिटिश राज की बर्बरता की कहानी कहता कुआं मौजूद है।
1857 के स्वतंत्रता आंदोलन में यहां से बहुत से जवान शहीद हुए थे।
आजादी के संघर्ष में भाग लेने वालों में से बहुतों को अंग्रेजों ने फांसी पर लटका दिया था या गोली मार दी थी।
1857 की क्रांति में भाग लेने के कारण यहां के लोगों पर अंग्रेजों ने बहुत अत्याचार किए।
इस कारण यहां की बहुत सी महिलाओं ने बच्चों के साथ कुएं में छलांग लगाकर अपनी आहुति दे दी थी।
डिजिटल हरियाणा के कई मापदंड किये पार
सीएम ने कहा कि डिजिटल इंडिया जी तर्ज पर हम डिजिटल हरियाणा के तहत बहुत से मापदंडों को पार कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि डिजिटल हरियाणा हमारा फोकस कार्यक्रम है।
इस कड़ी में आईटी विभाग हर विभाग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सरल अंत्योदय और परिवार पहचान पत्र भी डिजिटल हरियाणा का नमूना है।
अब रेवेन्यू रिकॉर्ड भी डिजिटल किया जा रहा है। अब केवल ई फ़ाइल ही चलेंगी ताकि तय समय में काम हो सके।
‘आस’ बड़ा क्रांतिकारी कदम
सीएम ने कहा कि कर्मचारियों-अधिकारियों की जवाबदेही तय करने को ‘आस’ (ऑटो अपील सॉफ्टवेयरर) लॉच किया है।
राइट टू सर्विस के तहत आने वाली 546 सेवाओं को इसके अंतर्गत लाया गया है।
इन सेवाओं को तय समयावधि में न देने पर आवेदन ऑटो अपील के तहत अपील में चला जायेगा।
सेवा को तय समय से नहीं दे पाने के लिए जिम्मेदार कर्मचारी और अधिकारी से जवाब मांगा जाएगा।