नूंह जिले को पुनर्जीवित करने हेतू कृषि समृद्धि के दो-आयामी दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया जाए – मुख्य सचिव
चंडीगढ़ 9 जनवरी- हरियाणा के मुख्य सचिव, श्री संजीव कौशल ने नूंह जिले का कायाकल्प करने के लिए दोहरा दृष्टिकोण अपनाने तथा नूंह में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने पर बल दिया। इसका उद्देश्य किसान उत्पादक संगठन बनाकर नूंह को प्याज और टमाटर के लिए अग्रणी बागवानी केंद्र के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने इन आवश्यक फसलों की बढ़ती मांग का हवाला देते हुए कहा कि प्रस्तावित योजना में छंटाई और कटाई जैसी प्रक्रियाओं को अनुकूलित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए जिससे राज्य के अन्दर अधिक कुशल आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित हो सके।
मुख्य सचिव आज यहां बहल, लोहारू, नूंह, पुन्हाना, हथीन, नाहड़ और बाढड़ा ब्लॉकों के लिए आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (एबीपी) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री कौशल ने कहा कि नूंह में लोकल कलात्मकता की अप्रयुक्त क्षमता की पहचान की जाए और संबंधित उपायुक्त, क्षेत्र में एक जीवंत सांस्कृतिक पुनरुत्थान के लिए मिट्टी के बर्तन बनाने और लोकल कारीगर उत्पाद जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करें।
श्री कौशल ने कहा कि स्थानीय कारीगरों को व्यापक स्तर पर सहायता प्रदान करने के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना पीएम विश्वकर्मा के साथ एक सहयोगात्मक प्रस्ताव किया जाए। इस समावेशी दृष्टिकोण में अंतर्राष्ट्रीय विपणन, गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर उपस्थिति और विविध विपणन गतिविधियाँ शामिल करना हैं।
बैठक में बताया गया कि हरियाणा के नूंह ब्लॉक ने अक्टूबर 2023 की पहली तिमाही एबीपी डेल्टा रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है और बुनियादी ढांचे में सर्वाेच्च समग्र डेल्टा रैंकिंग भी हासिल की है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि से नूंह ब्लॉक को 3 करोड़ रुपए के बड़े अनुदान मिलेगा। यह रैंकिंग एस्पिरेशनल ब्लॉक कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए चल रही प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
श्री कौशल ने क्षेत्र में खारे भूजल की चुनौती के लिए त्वरित जलकार्य परियोजनाओं की आवश्यकता पर बल दिया और इन जल कार्य परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियंात्रिकी विभाग के साथ सहयोग करने के निर्देश दिये।
श्री संजीव कौशल ने संबंधित उपायुक्तों को विभिन्न विभागों के साथ व्यापक स्तर पर डेटा-एकत्रीकरण मिशन का नेतृत्व करने के निर्देश दिए ताकि उन क्षेत्रों का पता लगाया जा सके जहां कम प्रदर्शन करने वाले ब्लॉकों पर लक्ष्य निर्धारित कर ध्यान दिया जा सके। उन्होंने कहा कि जवाबदेही सुनिश्चित करने, प्रगति बढ़ाने के लिए और निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मासिक समीक्षा बैठकें में समयसीमा निर्धारित की जाए।
श्री कौशल ने संबंधित अधिकारियों को शहरीकरण के बढ़ते बोझ को ध्यान में रखते हुए उच्च रक्तचाप और अन्य स्वस्थ जीवनशैली से संबंधित बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के डेटा का दस्तावेज तैयार करने के निर्देश दिए।
श्री कौशल ने कहा कि इन ब्लॉकों के अन्दर सभी स्कूलों में लड़कियों के शौचालय और सामुदायिक शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने तथा आवश्यकता अनुसार मरम्मत को प्राथमिकता दें।
बैठक में विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक और विकास एवं पंचायत विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त, नूंह श्री धीरेंद्र खड़गटा, उपायुक्त पलवल, सुश्री नेहा सिंह, उपायुक्त, चरखी दादरी, सुश्री, मनदीप कौर, उपायुक्त, रेवाडी, श्री राहुल हुडा वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हुए।