चंडीगढ़, 16 फरवरी। दुनिया के सबसे बड़े शिल्प मेले ‘सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला’ के 38वें संस्करण में रविवार को पर्यटकों की रिकार्डतोड़ भीड़ उमड़ी। महज दस दिन में शिल्प मेले में अब तक 11 लाख 70 हजार पर्यटक पहुंच चुके हैं, जो गत वर्ष के 13 लाख पर्यटकों की संख्या के नजदीक पहुंच चुके हैं, जबकि सूरजकुण्ड मेला 23 फरवरी तक चलेगा।
आज यहां जानकारी देते हुए विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने बताया कि 38वें सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में रविवार को 2 लाख पर्यटक पहुंचे। सांस्कृतिक मंच मुख्य चौपाल, मिनी चौपाल, नाट्यशाला के साथ-साथ विभिन्न पैवेलियन में लोगों की भारी भीड़ रही। उन्होंने बताया कि सूरजकुण्ड मेले के 37वें संस्करण में 13 लाख लोग पहुंचे थे, जबकि इस बार 10 दिन में ही 11 लाख 70 हजार पर्यटक इस मेले के साक्षी बन चुके हैं। अगले 7 दिनों में न केवल यह आंकड़ा गत वर्ष के आंकड़े को पार करेगा, अपितु एक नया रिकॉर्ड भी बनाएगा।
कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय एकता, कला, संस्कृति को समृद्ध बनाने का जो संकल्प लिया गया है, उसे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मार्गदर्शन में 38वां सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशन में इस बार सूरजकुण्ड मेले में तकनीक व कई रचनात्मक बदलावों को बदौलत मेला कामयाबी की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि मौसम में बदलाव, विद्यार्थियों की परीक्षा व अन्य कारणों के बीच भी सूरजकुण्ड मेला अपने इतिहास के सबसे अधिक पर्यटकों का रिकार्ड बनाने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेले में जहां ऑनलाइन टिकट व्यवस्था से आमजन को टिकट हासिल करने में सहूलियत हुई, वहीं शिल्पकारों, बुनकरों को ऑनलाइन माध्यम से स्टाल अलाट किए जाने से भी व्यवस्था में पारदर्शिता आई व अधिक लोगो को भागीदारी मिली।
इससे आमजन को विविधताओं से भरपूर शिल्पियों, बुनकरों के उत्पाद देखने व खरीदने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि उड़ीसा व मध्य प्रदेश राज्य के तौर पर दो थीम स्टेट होने से लोगों में मेले ले प्रति रुझान बढ़ा। इस बार बिम्सटेक भागीदार देश भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, थाइलैंड व म्यांमार के स्टालों पर भी भारी भीड़ देखने को मिली है। 50 से अधिक देशों के कलाकारों द्वारा दी जा रही मुख्य चौपाल पर दी जा रही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी पर्यटक भरपूर आनन्द उठा रहे हैं, वहीं मिनी चौपाल पर प्रादेशिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का लुत्फ उठा रहे हैं।
पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि हर दिन महा स्टेज पर बड़े कलाकारों की परफॉर्मेंस होने से भी लोगों में मेले के प्रति आकर्षण बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 23 फरवरी तक 7 दिन मेला चलेगा और इस अवधि में पर्यटकों को अपनी और खींचने के लिए मेला प्रबंधन द्वारा सभी जरूरी प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विरासत व पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव कला रामचन्द्रन, हरियाणा पर्यटन कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी डॉ सुनील कुमार, सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग, कला व सांस्कृतिक विभाग व उनकी पूरी टीम तन्मयता के साथ पर्यटकों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए दिनरात काम कर रही है।