शिमला, 25 नवंबर। राजधानी Shimla के ऐतिहासिक Gaiety Theater में शुक्रवार से तीन दिवसीय international film festival शुरु हो रहा है।
यहां भारत सहित 16 देशों की चुनिंदा 56 फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
साथ ही जाने माने 30 फ़िल्म निर्देशक भी international film festival में भाग लेंगे।
इस दौरान वे वे अपनी फिल्मों के संदर्भ में सीधे दर्शकों से रूबरू होंगे।
मलयालम शॉर्ट फिल्म से होगा international film festival का आगाज
फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ मलयालम शार्ट फिल्म “ईवा” से होगा।
ईवा एक महिला ट्रैफिक पुलिस कर्मी के जीवनपर आधारित फ़िल्म है।
फिल्म में एक कामकाजी महिला के जीवन संघर्ष को दिखाया गया है।
इसमें नौकरीपेशा महिला के सहकर्मियों की मानसिकता दर्शाई गई है।
इसमें बताया गया है कि शिक्षित लड़की नौकरी तो कर लेती है पर सहयोगी साथ नहीं देते।
इस साल होने जा रहे सातवें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की अपनी ही अलग ही पहचान बन चुकी है।
फेस्टिवल में देश व विदेश से नामी दिग्गज निर्देशकों की चुनिंदा व पुरस्कृत फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाती है।
क्षेत्रीय सिनेमा को भी बराबर प्राथमिकता दी जाती है।
क्षेत्रीय सिनेमा की फिल्मों ने न केवल राष्ट्रीय परिदृश्य पर अपनी जगह बनाई है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत भी हुई हैं।
international film festival में प्रमाती आनंद की ‘झटआई बसंत’ की स्पेशल स्क्रीनिंग की जाएगी।
हिमाचली व हिंदी भाषा में बनी फिल्म ‘झट आई बसंत’ की शूटिंग धर्मशाला के आसपास क़े गांव में हुई है।
यह फिल्म दो ऐसी लड़कियों की कहानी है जो अलग-अलग पृष्ठभूमि से आती है।
लेकिन, उनमें पितृसत्ता का प्रभाव और उससे संघर्ष उन्हें एक ही कटघरे में खड़ा करता है।
यह फिल्म महिलाओं पर पितृसत्ता के प्रभाव और उसकी स्वीकृति को भी दर्शाता है।
यह फिल्म महिलाओं को अवश्य देखनी चाहिए जो अपनी बेटियों का उज्जवल भविष्य देखना चाहती हैं।
फेस्टिवल में शिमला में तेंदुए के आतंक पर बनी फिल्म ‘ शूट देट लेपर्ड’ प्रदर्शित की जाएगी।