पंचकुला, 29 जुलाई। जननायक जनता पार्टी अपने संगठन को और मजबूत करने के लिए 15 अगस्त से मैदान में उतरेगी और प्रदेशभर में एक माह का सदस्यता अभियान चलाएगी।
सदस्यता अभियान के लिए कॉर्डिनेशन कमेटियों का गठन किया जाएगा। साथ ही पांच अगस्त को इनसो का स्थापना दिवस इस बार रोहतक जिले में मनाया जाएगा।
वीरवार को यह निर्णय पंचकुला जिले में जननायक जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी व जिला अध्यक्षों की हुई बैठक में लिए गए। बैठक में आगामी निकाय व पंचायत चुनावों समेत अन्य राजनीतिक मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। अगले साल पड़ोसी राज्यों जैसे पंजाब, उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी पार्टी ने चर्चा की। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पूर्व उपप्रधानमंत्री जननायक स्व. चौ. देवीलाल के जन्मदिवस मनाने को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के बाद जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बैठक में संगठन को और ज्यादा प्रभावी बनाने पर चर्चा की और पार्टी के आगामी कार्यक्रमों को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए है। अजय चौटाला ने बताया कि सदस्यता अभियान 15 अगस्त से 15 सितंबर तक चलाएगी और पार्टी पदाधिकारी-कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जेजेपी की नीतियों से अवगत करवाकर उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाएंगे। इसके लिए पार्टी द्वारा जल्द कॉर्डिनेशन कमेटियों का गठन किया जाएगा।
अजय चौटाला ने बताया कि पांच अगस्त को पार्टी की छात्र इकाई इंडियन नेशनल स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (INSO) का स्थापना दिवस हैं। इस बार रोहतक में इनसो का स्थापना दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
डॉ. अजय चौटाला ने बताया कि 25 सितंबर को जननायक स्व. चौधरी देवीलाल जी की जयंती हैं और उनकी जयंती कार्यक्रम मनाने को लेकर बैठक में वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा कर सुझाव लिए गए। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए जयंती कहां और किस रूप में मनाई जाएगी, इसका फैसला परिस्थितियों के मद्देनजर बाद में लिया जाएगा।
वहीं अजय चौटाला ने बताया कि नूंह और दादरी जिले में ताऊ देवीलाल जी की प्रतिमाएं स्थापित नहीं है, इसके लिए पार्टी कार्यकारिणी ने फैसला लिया है कि इन दोनों जिलों में जननायक देवीलाल जी की बड़ी प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी।
पत्रकारों द्वारा किसान आंदोलन संबंधित सवाल के जवाब में जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि नए कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन का समाधान सड़क पर बैठकर नहीं बल्कि केंद्र सरकार के साथ बातचीत करके होगा।

