चंडीगढ़, 28 जुलाई। मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर खेल विभाग ने राज्य में खिलाडिय़ों की प्रतिभा की पहचान, खेल के लिए अनुकूल माहौल बनाने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के मंतव्य के तहत पंजाब खेल मेला करवाया जा रहा है, जिसमें अंडर 14 से 60 साल वैटर्न ग्रुप तक 30 खेल के मुकाबले करवाए जाएंगे।
ब्लॉक से राज्य स्तर तक चलने वाले इस खेल मेले की शुरुआत राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त को होगी, जो दो से तीन महीने तक चलेगा। इससे पहले केवल तीन वर्गों के जि़ला और राज्य स्तर के मुकाबले करवाए जाते थे और अब पहली बार छह वर्गों के ब्लॉक स्तर के मुकाबले होंगे।
यह जानकारी खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज यहाँ पंजाब भवन में खेल मेले की तैयारियों सम्बन्धी डायरैक्टर राजेश धीमान के साथ समूह जि़ला खेल अफसरों की बुलाई गई मीटिंग के उपरांत जारी प्रेस बयान के द्वारा दी।
खेल मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब को खेल में फिर से अग्रणी राज्य बनाने के किए गए प्रण के अंतर्गत खेल विभाग ने अपने किस्म का अब तक का सबसे बड़ा खेल कार्यक्रम बनाया है, जिसमें पंजाब के 3 लाख के करीब खिलाडिय़ों की हिस्सेदारी होगी।
मान्यता प्राप्त खेल मुकाबलों के विजेता खिलाड़ी जहाँ अपने-अपने खेल में ग्रेडिंग करवा सकेंगे, वहीं राज्य स्तर के विजेताओं को 5 करोड़ रुपए के नकद ईनाम और सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।
इसकी शुरुआत हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद के जन्मदिन 29 अगस्त वाले दिन होगी, जिस दिन हमारा राष्ट्रीय खेल दिवस भी होता है। खेल मेले के उद्घाटन या समाप्ति समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान विशेष रूप से शिरकत करेगें।
पंजाब खेल मेले में छह उम्र वर्ग शामिल किए गए हैं। पहले करवाए जाने वाले अंडर-14, अंडर-17 और 17 से 25 साल उम्र वर्ग के अलावा पहली बार 25 से 40 साल, 40 से 50 साल और 50 से 60 साल उम्र वर्ग के भी मुकाबले होंगे। एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, बैडमिंटन, क्रिकेट, साइकिलिंग, निशानेबाजी, तीर अंदाज़ी, बॉडी बिल्डिंग, तलवारबाजी, जिम्नास्टिक, रोइंग, फुटबॉल, सॉफ्टबॉल, हॉकी, नेटबाल, हैंडबॉल, किक बॉक्सिंग, जूडो, शतरंज, कबड्डी, गतका, खो-खो, वॉलीबॉल, लॉन-टेनिस, टेबल टेनिस, मुक्केबाजी, तैराकी, कुश्ती और रस्साकशी के मुकाबले करवाए जाएंगे।
खेल मंत्री मीत हेयर ने सभी जिला खेल अफसरों के साथ बातचीत करते हुए खेल मेले को सफल बनाने के लिए सुझाव और ज़मीनी हक़ीकत भी पूछीं। उन्होंने इस सम्बन्धी जरुरी प्रबंधन करने में आने वाली संभावित मुश्किलों के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा कि बड़ी उम्र वर्ग में शामिल करवाने का मकसद से राज्य में खेल का माहौल बनाना है।
खेल विभाग के प्रमुख सचिव राज कमल चौधरी ने कहा कि खेल में खिलाडिय़ों और टीमों की हिस्सेदारी को देखकर ही कुछ खेल के मुकाबले ब्लॉक स्तरीय होंगे, जबकि कुछ सीधे जि़ला स्तरीय और राज्य स्तरीय होंगे।
डायरैक्टर राजेश धीमान ने कहा कि विभाग द्वारा खिलाडिय़ों के आने-जाने और खाने-पीने का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने खेल अफसरों को इसकी तैयारियाँ अभी से शुरु करने और खेल मैदान तैयार करने के लिए कहा।