नई दिल्ली, 25 अक्तूबर। लखबीर मामला अनुसूचित जाति आयोग के पास पहुंच गया है। इसे लखबीर सिंह के परिजन लेकर गए हैं।
सिंघु सीमा पर मारे गए लखबीर सिंह के परिवार का प्रतिनिधिमंडल आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला से दिल्ली में मिला।
प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई नैशनल शेड्यूल्ड कास्ट्स अलायंस के अध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने की।
इस दौरान मृतक लखबीर सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर, बहन राज कौर और मृतक की 3 बेटियों सहित परिवार के अन्य थे।
प्रतिनिधिमंडल ने इस हत्याकांड के संबंध में अपनी चिंताओं और दर्द को आयोग के सामने रखीं।
कैंथ ने मीडिया से कहा कि पीड़ित परिवार को अबतक आर्थिक, कानूनी या कोई अन्य सहायता नहीं मिली है।
परिवार के इकलौते कमाने वाले व्यक्ति के चले जाने से परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार को मृतक के अंतिम संस्कार के दौरान अंतिम प्रार्थना भी नहीं करने दी गई।
कैंथ ने कहा कि लखबीर की न केवल हत्या की गई बल्कि, डीजल डालकर शव को प्लास्टिक की थैली में जलाया गया।
उन्होंने कहा कि कथित बेअदबी का मामला कानूनी जांच के जरिए तय किया जाएगा।
लेकिन, इस बीच यह अमानवीय अपराध के आरोपी कड़ी से कड़ी सजा का हकदार हैं।
उन्होंने कहा कि मामले पर राजनीतिक दलों का रवैया झलका रहा है कि SC जाति के व्यक्ति का जीवन मायने नहीं रखता।
कैंथ ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने व 3 बच्चियों की शिक्षा का प्रबंध करने की मांग की।
कैंथ ने पंजाब सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे।
लखबीर की पत्नी ने लगाए ये आरोप
जसप्रीत कौर ने कहा कि इस घटना के बाद हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है।
लोग हमारे परिवार के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे हमने कोई जघन्य अपराध किया हो।
हमारा परिवार पीड़ित है क्योंकि मेरे पति की बेरहमी से हत्या की गई है। हमें कोई न्याय नहीं मिला है।
जसप्रीत कौर ने कहा कि हमारा पूरा परिवार लगातार दहशत में है।
हम सरकार से न्याय और आर्थिक मदद देने की गुजारिश करते हैं।
विजय सैंपल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें जल्द से जल्द हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
आयोग परिवार पर लगाए गए गलत आरोपों को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
उन्होंने बहुत जल्द पीड़ित परिवार के गांव और घर का दौरा करने का आश्वासन दिया।