चंडीगढ़, 1 दिसंबर। स्कूलों के मुद्दे पर कांग्रेस व आप में छिड़ी बहस के बीच Manish Sisodia ने CM के ननिहाल जाकर सरकारी स्कूल की पोल खोल दी।
Punjab visit पर आए Manish Sisodia ने इस दौरान पंजाब सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।
(Sisodia tried to put Punjab government in dock)
उल्लेखनीय है कि चुनावी माहौल में रंगते जा रहे पंजाब में इन दिनों शिक्षा के मुद्दे पर AAP व Congress में टकराव चल रहा है।
मनीष सिसोदिया दिल्ली के उप मुख्यमंत्री के साथ-साथ शिक्षा विभाग भी संभाल रहे हैं।
Punjab Education Minister Pargat Singh भी दस्तावेजों के साथ Delhi govt के education model पर question खड़े चुके हैं।
दोनों पार्टियों में चल रही रार के बीच मनीष सिसोदिया ने आज पंजाब के सरकारी स्कूलों का दौरा किया।
Manish Sisodia (मनीष सिसोदिया) पहुंचे सीएम चन्नी के ननिहाल वाले स्कूल
मनीष सिसोदिया आज पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब गए।
वहां वे उनके ननिहाल (नानके) गांव मकडोना कलां के प्राइमरी स्कूल का जायजा लेने पहुंच गए।
सिसोदिया को प्राइमरी स्कूल में 5th तक को पढ़ाने के लिए महज 6 हजार रुपये के वेतनमान पर एक टीचर मिला।
टीचर ने स्कूल में बच्चों के पेयजल की सुविधा तक नहीं थी।
छात्रों और स्कूल स्टाफ को पास लगते गुरूद्वारा साहिब से पेयजल लाना पड़ता है।
बच्चों के लिए लगाए गए झूले टूटे पड़े दिखे।
इसपर सिसोदिया ने कहा कि यदि ऐसे में पंजाब सरकार खुद को नंबर-1 कहती है तो यह शिक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ है।
इससे पहले Manish Sisodia गांव चकलां के प्राइमरी स्कूल पहुंचे।
जगह-जगह कूड़ा-करकट पड़ा दिखा।
स्कूल के टॉयलट भी जर्जर और बदबूदार हालत में मिले।
यहां तक की कक्षाओं (classes) की सफेदी (कली) भी उतरी मिली।
फर्नीचर टूटा दिखा। यहां तक की smart class room में computer भी जर्जर हालत में मिला।
यह देख सिसोदिया ने कहा कि आखिर किस आधार पर पंजाब के मंत्री परगट सिंह बड़े दावे कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि परगट सिंह ने पंजाब की शिक्षा व्यवस्था को बेहतरीन करार दिया था।
उन्होंने दिल्ली के शिक्षा मंत्री के साथ छिड़ी बहस में 250 बेहतरीन स्कूल दिखाने का दावा किया था।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री को जब यह list नहीं मिली तो वे खुद ही पंजाब पहुंच गए।