चंडीगढ़, 7 जुलाई। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात कर उनसे पंजाब में दो और सैनिक स्कूल खोलने के लिए मंजूरी देने की अपील की।
बादल ने कहा कि सैन्य सम्मान और बहादुरी पुरुस्कार के लिए पंजाब भारत का अगुआ राज्य रहा है। दूसरे राज्यों के मुकाबले पंजाब के सैनिकों के बलिदान और सम्मान ज़्यादा हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में एकमात्र सैनिक स्कूल कपूरथला में है और अब गुरदासपुर और बठिंडा में दो और सैनिक स्कूल खोलने मांग की गई है।
वित्त मंत्री ने बताया कि दूसरे राज्यों जैसे कि हरियाणा, बिहार और महाराष्ट्र में दो-दो सैनिक स्कूल हैं जबकि उत्तर प्रदेश में 3 सैनिक स्कूल हैं।केंद्रीय रक्षा मंत्री ने इस पर उचित कार्यवाही करने का भरोसा देते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत के सामाजिक और सांस्कृतिक नैतिक मूल्यों की रक्षा के लिए सिखों और पंजाबियों द्वारा निभाई गई भूमिका की निजी तौर पर सराहना करते हैं।
बादल ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से पत्र भी दिया और बताया कि राज्य सरकार द्वारा सैनिक स्कूल खोलने के लिए गुरदासपुर के डल्ला गोरियाँ में 40 एकड़ जमीन अलॉट की गई है। पंजाब, बठिंडा में एक और सैनिक स्कूल खोलना चाहता है। इससे पंजाब के तीनों दोआबा, माझा और मालवा क्षेत्रों में 1-1 सैनिक स्कूल बन जाएगा।
उन्होंने रक्षा मंत्रालय से बठिंडा में आधुनिक बस अड्डा और टर्मिनल बनाने के लिए अधिकारिक मंजूरी जारी कराने के लिए राजनाथ सिंह से अपील भी की क्योंकि प्रस्तावित जगह बठिंडा सैन्य छावनी के नज़दीक लगती है, इसलिए रक्षा मंत्रालय से औपचारिक अनापत्ति सर्टीफिकेट की ज़रूरत है। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी ज़रुरी मिलिटरी नियमों का पालन किया गया है और सैन्य छावनी सीमा से 100 मीटर का रास्ता भी छोड़ दिया गया है। इसी तरह प्रस्तावित बस टर्मिनस, मिलिटरी क्षेत्र के साथ लगती इमारतों के लिए निर्धारित ऊंचाई की अपेक्षा नीचा रखा गया है। एनओसी के लिए जरुरी कागजात डिफेंस हेडक्वार्टर के पास जमा करवा दिए गए हैं और जल्द ही मंजूरी मिलने से परियोजना को और तेजी के साथ मुकम्मल किया जा सकेगा।
मनप्रीत सिंह बादल ने रक्षा मंत्री को अमृतसर में पंजाब युद्ध नायक स्मारक और अजायबघर का दौरा करने का न्योता भी दिया, जिसको पंजाब सरकार द्वारा 144 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है।