चंडीगढ़, 21 मई। कोरोनाकाल के बीच हरियाणा सरकार ने बड़ा दावा किया है कि MSME में निवेश बढ़ रहा है और उद्योग जगत सूबे में इनवेस्टमेंट को लेकर काफी दिलचस्पी दिखा रहा है।
यह दावा हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को एसोचैम द्वारा आयोजित वर्चुअल ‘एमएसएमई संवाद श्रृंखला’ कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए किया।
उन्होंने कहा कि उद्यमी सूबे में निवेश करने को लेकर काफी रुचि दिखा रहे हैं।
प्रदेश में जेसीबी, मारुति, फ्लिपकार्ट, एटीएल, होंडा जैसे बड़े उद्योगों के कारण छोटे उद्योग भी डेवलप कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेश बढ़ाने को लेकर नई औद्योगिक पॉलिसी के रूप में ऐतिहासिक कदम उठाया है।
सरकार इस पॉलिसी के जरिए एक्सपोर्ट को दोगुना करने की दिशा में काम कर रही है।
एमरोन जैसी कई बड़ी कंपनियां निवेश करने को लेकर रुचि दिखा रही हैं।
बड़ी मदर यूनिट के आने से प्रदेश की MSME को बढ़ावा मिलेगा
उन्होंने कहा कि हरियाणा के MSME को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा आधारभूत ढांचा खड़ा किया जा रहा है।
इसके लिए सरकार ने तीन ई-कॉमर्स कंपनियों ई.बे, ‘पॉवर-टू-एसएमई’, ‘ट्रेड इंडिया डॉट कॉम’ के साथ महत्वपूर्ण समझौते किए है।
इससे हरियाणा के एमएसएमई को ग्लोबल मार्केट मिलेगी।
दुष्यंत चौटाला के अनुसार राज्य में करीब 9.70 लाख एमएसएमई है और इसके जरिए करीब 20 लाख लोगों रोजगार मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने विश्व स्तरीय व्यवस्था तैयार की है।
15 दिन में एमएसएमई को उद्योग शुरू करने की मंजूरी दी जा रही है।
सरकार ने एमएसएमई सेक्टर के लिए पहले से दोगुना बजट आवंटित किया गया है।
कोरोना के खिलाफ जंग में मुस्तैद है इंडस्ट्री
डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले साल कोविड-19 महामारी के दौरान ऑक्सीजन, आईसीयू बेड के उत्पादन के लिए 500 करोड़ रुपये सभी उद्योगों को दिए।