चंडीगढ़, 1 जनवरी। प्राकृतिक खेती (natural farming) धीरे-धीरे समय की जरूरत बनती जा रही है।
इस पद्घति से कम कृषि आदान व कम लागत के साथ किसान जैविक पैदावार बढ़ा सकता है और इनकम बढ़ा सकता है।
यह बात हरियाणा (Haryana) के सीएम मनोहरलाल (CM Manohar Lal) ने कही।
वे पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन से जुड़े।
पीएम ने अपने संबोधन में प्राकृतिक खेती, जैविक खेती, जैविक उर्वरक की उत्पादकता तथा स्वस्थ धरती पर अधिक ध्यान केंद्रित किया।
natural farming पर यह कदम उठाने की तैयारी में हरियाणा
सीएम ने पीएम के संबोधन के तुरंत बाद प्रदेश में नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए कवायद शुरु करने के संकेत दिए।
उन्होंने कृषि विभाग को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसी विशेष क्षेत्र का चिन्हित करने के निर्देश दिए।
सीम ने कहा कि natural farming पर जल्द ही वर्कशॉप भी करवाई जाए।
सीएम ने कहा कि गुजरात के राज्यपाल प्राकृतिक खेती व जीरो बजट खेती पर पहले से काम कर रहे है।
पीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रसिंग में हरियाणा, यूपी, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक व त्रिपुरा के मुख्यमंत्री भी जुड़े।
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के अलावा तथा कई राज्यों के किसान उत्पादन समूह के प्रतिनिधि भी जुड़े।
सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, उप-प्रधान सचिव आशिमा बराड़ भी मौजूद थे।

