चंडीगढ़, 13 नवंबर। पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री तरुण प्रीत सिंह सौंद ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य के उद्योगों की तरक्की के लिए पंजाब सरकार पूरी गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि उद्योग-हितैषी नीतियों के चलते पंजाब का औद्योगिक क्षेत्र जल्द ही दोगुनी-चौगुनी तरक्की करेगा और सफलता के नए मानक स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के उद्योगों की प्रगति के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
पंजाब यूनिवर्सिटी में विश्व पंजाबी संस्था के प्रमुख विक्रमजीत सिंह साहनी, राज्यसभा सदस्य द्वारा आयोजित “पंजाब का उद्योग: विकास के विचार” कार्यक्रम में तरुण प्रीत सिंह सौंद ने कहा कि पंजाब की औद्योगिक नीति को समय के अनुसार अपडेट किया जाएगा ताकि राज्य के औद्योगिक विकास को और गति मिल सके। उन्होंने बताया कि पिछले ढाई सालों में पंजाब में 86 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आया है और इसे और आगे बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब की नई आई.टी. (सूचना प्रौद्योगिकी) नीति को जल्द लागू करने की योजना है, जिसके तहत मोहाली उत्तर भारत का नया आई.टी. हब बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि इस नीति के लागू होने के बाद करीब 55 हजार आई.टी. पेशेवरों को नौकरी के अवसर मिलेंगे। सौंद ने कहा कि पिछले कुछ समय में कई आई.टी. कंपनियों के प्रतिनिधियों और दलों ने उनसे मुलाकात कर पंजाब, विशेष रूप से मोहाली में कंपनियां स्थापित करने में रुचि दिखाई गई है।
सौंद ने कहा कि पंजाब को राष्ट्रीय औद्योगिक नक्शे में अग्रणी बनाने के लिए कई सुधार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों की मांग और सुझाव के बाद राज्य के फोकल पॉइंट्स को विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस करने की योजना पर काम चल रहा है। पहले चरण में 5 शहरों के फोकल पॉइंट्स को रोल मॉडल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है।
उन्होंने “इन्वेस्ट पंजाब” पोर्टल की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि इस पर लगभग 58 हजार छोटे और मध्यम उद्योगों ने पंजीकरण कराया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि पंजाब में जहां नए उद्योगों की स्थापना के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं मौजूदा उद्योगों को बेहतर सुविधाएं और सहयोग देकर प्रगति के नए द्वार खोले जा रहे हैं।
इस अवसर पर सौंद ने पंजाब में पर्यटन क्षेत्र को बड़े स्तर पर बढ़ावा देने की योजना पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए। सौंद,पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी विभाग के भी मंत्री हैं।उन्होंने कहा कि पंजाब में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों और स्थानों को भी पर्यटन के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने खेती आधारित उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करने की योजनाओं संबंधी भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
एक सूझवान श्रोता द्वारा मुद्दा उठाए जाने के के बाद बुड्ढा नाला की सफाई के बारे में बताते हुए सौंद ने कहा कि लुधियाना के बुड्ढा नाला की सफाई योजना संबंधी कायाकल्प की योजना अंतिम चरण में है और मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद इसे जल्द ही लागू किया जाएगा।
इससे पहले स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण एवं सूचना और लोक संपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि उद्योगों की मांग के अनुसार तकनीकी शिक्षा में नए कोर्स लाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निपुण श्रमिकों को प्रमाण पत्र देने के उद्देश्य से बहुत सारे कोर्स इस समय पंजाब में चल रहे हैं।
उन्होंने पंजाब विजन 2047 का खाका तैयार करने के लिए राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी का आभार व्यक्त किया और कहा कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऐसे कार्यक्रम बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने पंजाब की विशेषताओं का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब की तरक्की के बिना इंडिया की प्रगति संभव नहीं है।
बैंस ने कहा कि मिल बैठ कर और विचार चर्चा द्वारा ही कमियों को दूर किया जा सकता है। उन्होंने समस्त उद्योग पतियों को आनंदपुर साहिब हल्के में नए उद्योग स्थापित करने का आह्वान भी किया और खुद पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया।
पंजाब का उद्योग: बढ़ोतरी लिए विचार विषय के पैनल में पंजाब के नामी उद्योगपतियों के अलावा राज्य सभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी ने भी विचार प्रस्तुत किए।