समीक्षा मीटिंग के दौरान खेल नीति के विभिन्न पहलूओं पर विचार-विमर्श
चंडीगढ़, 6 जून:
पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा है कि नई खेल नीति राज्य में खेल संस्कृति के पुनरूद्धार और खेल को और बढ़ावा देने में अहम भूमिका अदा करेगी। स्थानीय पंजाब भवन में विभाग के उच्च अधिकारियों, माहिरों और विभिन्न खेल संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ खेल नीति संबंधी समीक्षा मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये खेल मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार पंजाब को फिर से खेलों में अग्रणी बनाने के लिए सार्थक कोशिशें कर रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों के सुझाव और माहिरों के साथ किये विचार-विमर्श के बदले के बाद खेल नीति का नक्शा तैयार किया गया है और इसको और बेहतर बनाने के लिए मीटिंगों का सिलसिला जारी है। उन्होंने हिदायत की कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैडल विजेता खिलाडिय़ों को नौकरी देने के लिए नई खेल नीति में स्पष्ट व्यवस्था की जाये। जो राज्य के खिलाडिय़ों के लिए अच्छे कार्य कर रहे हैं और जहां खिलाडिय़ों की कारगुज़ारी अच्छी है, उन राज्यों की नीतियों संबंधी भी मीटिंग में विचार-चर्चा की गई।
मीत हेयर ने कहा कि राज्य में खेल संस्कृति और अच्छे खिलाड़ी पैदा करने के लिए इसकी शुरुआत गाँव स्तर से करनी पड़ेगी। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि खेडां वतन पंजाब दियां इस मकसद में कामयाब रही और आने वाले समय में इन खेलों को और बड़े स्थान पर लेकर जाया जायेगा। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि खिलाडिय़ों को अच्छी डाइट और रहने की बढिय़ा सुविधाएं देने के साथ-साथ खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपनी खेल की तरफ बेहतर ध्यान के सकेंगे। उन्होंने नये स्पोर्टस होस्टल बनाने की संभावनाएं तलाशने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश जारी किये।
मीटिंग के दौरान खेल मंत्री ने इस बात का विश्वास दिलाया कि पैरा खिलाडिय़ों की तरफ पंजाब सरकार विशेष ध्यान देगी। इस दौरान पैरा स्पोर्टस को और बढ़ावा देने के लिए विचार- विमर्श भी किया गया। नई खेल नीति के और भी बहुत से पहलूओं और अलग-अलग विषयों संबंधी मीटिंग के दौरान विचार-चर्चा की गई जिससे खेल नीति जहाँ नये खिलाडिय़ों को उत्साहित करे वहीं विजेता खिलाडिय़ों और रिटायर खिलाडिय़ों को बेहतर भविष्य प्रदान करने वाली हो।